Move to Jagran APP

भाजपा नेता ने मारी थी ई-रिक्शा चालक को गोली, साथी सहित गिरफ्तार

जागरण संवाददाता साहिबाबाद भोपुरा स्थित डीएलएफ टोल प्लाजा कट पर 29 अक्टूबर को ई-रिक्श

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 09:02 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 09:02 PM (IST)
भाजपा नेता ने मारी थी ई-रिक्शा चालक को गोली, साथी सहित गिरफ्तार
भाजपा नेता ने मारी थी ई-रिक्शा चालक को गोली, साथी सहित गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : भोपुरा स्थित डीएलएफ टोल प्लाजा कट पर 29 अक्टूबर को ई-रिक्शा चालक को गोली मारने के आरोप में फरार चल रहे भारतीय जनता पार्टी के लाजपत नगर मंडल मंत्री सौरभ डागर को पुलिस ने बुधवार को साथी सहित गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला है कि सौरभ ने ही रंगबाजी में गोली मारी थी। वहीं, मामले के दो आरोपित पहले ही जेल जा चुके हैं।

loksabha election banner

पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मामले में घायल ई-रिक्शा चालक साहिबे आलम उर्फ राजा के भतीजे समीर ने अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना स्थल व आसपास जांच की गई। सीसीटीवी कैमरों और सर्विलांस की मदद ली गई। सीसीटीवी कैमरों में आरोपितों की स्कार्पियो की फुटेज मिली। उसके आधार पर उनकी पहचान हुई। 30 अक्टूबर को उनमें से दो आरोपित नितिन मावी और योगेश कुमार निवासीगण अफजलपुर को गिरफ्तार कर लिया गया था। मामले में आरोपित सौरभ डागर निवासी निस्तौली और योगेश मावी निवासी अफजलपुर को बुधवार को डीएलएफ सुलभ शौचालय के पास से गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 32 बोर का तमंचा बरामद हुआ है। आरोपितों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। 15-15 हजार रुपये घोषित हुआ था इनाम : साहिबाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक विष्णु कौशिक ने बताया कि घायल ई-रिक्शा चालक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। मामले में सौरभ डागर और योगेश मावी फरार थे। उन पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। वहीं, पुलिस की पूछताछ में आया है कि सौरभ डागर ने ही रंगबाजी में ई-रिक्शा चालक साहिबे आलम पर गोली चलाई थी। तमंचा योगेश का था।

---------

सत्ता का रहा दबाव : घटना के दूसरे दिन ही पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। उसी समय पुलिस को पता चल गया था कि भाजपा नेता सौरभ ने ही गोली चलाई थी। सूत्रों का कहना है कि सत्ता के दबाव में पुलिस अब तक उसे बचाती रही। उसे न्यायालय में आत्मसमर्पण करने का मौका दिया। वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ, तो उसे गिरफ्तार किया गया। कराई जाएगी निष्पक्ष जांच: साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा ने कहा कि सौरभ डागर का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। लोगों से पता चला है कि वह घटना के समय मौके पर था ही नहीं। उसे साजिशन फंसाया गया है। इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। यह है मामला : 29 अक्टूबर करीब 12:30 बजे डीएलएफ टोल प्लाजा कट पर वरना कार सवार दो युवकों और साइकिल सवार अधेड़ के बीच गाड़ी टकराने को लेकर विवाद हुआ था। मौके पर मौजूद ई-रिक्शा चालकों ने बीच-बचाव कराया था। उसके आधा घंटे बाद दोनों युवक दो साथियों के साथ स्कार्पियो से वापस आए थे और ई-रिक्शा चालक राजा को गोली मार कर फरार हो गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.