Move to Jagran APP

ओटीएस में आवेदन न कर बड़े बकायेदारों ने दिया धोखा

बड़े बकाएदारों ने जीडीए को धोखा दिया है। एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के तहत अब तक 135 आवेदन आए हैं। उनमें से बड़े बकाएदार मात्र पांच हैं। जीडीए के अनुसार

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 08:28 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 08:28 PM (IST)
ओटीएस में आवेदन न कर बड़े बकायेदारों ने दिया धोखा
ओटीएस में आवेदन न कर बड़े बकायेदारों ने दिया धोखा

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बड़े बकायेदारों ने जीडीए को धोखा दिया है। एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के तहत अब तक 135 आवेदन आए हैं। उनमें से बड़े बकाएदार मात्र पांच हैं। जीडीए के अनुसार 8294 बकाएदारों पर 465 करोड़ 79 लाख 2935 रुपये बकाया हैं। इनमें 80 फीसद छोटे बकाएदार हैं। जिन पर एक लाख से दस लाख रुपये तक बकाया है। बाकी बड़े बकाएदार हैं। जिन पर करोड़ों रुपये बकाया है। जीडीए के अपर सचिव ने बताया कि पांच मार्च से शुरू ओटीएस में अब तक 135 बकाएदारों ने आवेदन किया है। इनमें बड़े बकाएदार महज पांच हैं। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में बड़े बकाएदारों ने आवेदन नहीं किया है। छह जून को ओटीएस बंद हो रही है। जीडीए ने की स्कीम बढ़ाने की मांग

loksabha election banner

जीडीए ने शासन को एकमुश्त समाधान योजना के आवेदन के लिए समयसीमा बढ़ाने की मांग की है। शासन को प्रस्ताव दिया है कि लॉकडाउन खुलने के बाद ओटीएस को तीन माह के लिए बढ़ा दिया जाए। जिससे लोग आवेदन कर सकें। अधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन करने में लोगों को परेशानी महसूस हो रही है। यही वजह है कि ओटीएस के आवेदन कम प्राप्त हुए हैं। लॉकडाउन न होता तो स्थिति अलग होती। वहीं बिल्डरों की संस्था क्रेडाई ने 31 मार्च 2021 तक ओटीएस को बढ़ाने की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.