ओटीएस में आवेदन न कर बड़े बकायेदारों ने दिया धोखा
बड़े बकाएदारों ने जीडीए को धोखा दिया है। एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के तहत अब तक 135 आवेदन आए हैं। उनमें से बड़े बकाएदार मात्र पांच हैं। जीडीए के अनुसार
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बड़े बकायेदारों ने जीडीए को धोखा दिया है। एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के तहत अब तक 135 आवेदन आए हैं। उनमें से बड़े बकाएदार मात्र पांच हैं। जीडीए के अनुसार 8294 बकाएदारों पर 465 करोड़ 79 लाख 2935 रुपये बकाया हैं। इनमें 80 फीसद छोटे बकाएदार हैं। जिन पर एक लाख से दस लाख रुपये तक बकाया है। बाकी बड़े बकाएदार हैं। जिन पर करोड़ों रुपये बकाया है। जीडीए के अपर सचिव ने बताया कि पांच मार्च से शुरू ओटीएस में अब तक 135 बकाएदारों ने आवेदन किया है। इनमें बड़े बकाएदार महज पांच हैं। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में बड़े बकाएदारों ने आवेदन नहीं किया है। छह जून को ओटीएस बंद हो रही है। जीडीए ने की स्कीम बढ़ाने की मांग
जीडीए ने शासन को एकमुश्त समाधान योजना के आवेदन के लिए समयसीमा बढ़ाने की मांग की है। शासन को प्रस्ताव दिया है कि लॉकडाउन खुलने के बाद ओटीएस को तीन माह के लिए बढ़ा दिया जाए। जिससे लोग आवेदन कर सकें। अधिकारियों ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन करने में लोगों को परेशानी महसूस हो रही है। यही वजह है कि ओटीएस के आवेदन कम प्राप्त हुए हैं। लॉकडाउन न होता तो स्थिति अलग होती। वहीं बिल्डरों की संस्था क्रेडाई ने 31 मार्च 2021 तक ओटीएस को बढ़ाने की मांग की है।