चीन निर्मित डोंगल सेना को सप्लाई करने के मामले में भेल की पूर्व डिप्टी मैनेजर गिरफ्तार
छह वर्ष पूर्व भारतीय सेना को चीन कंपनी का डोंगल सप्लाई करने के आरोप में भारत हैवी इलेक्ट्रानिक्स कंपनी (भेल) की पूर्व डिप्टी मैनेजर मधु शर्मा को गिरफ्तार कर सीबीआइ कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के जज जगदीश प्रसाद ने चार सितंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सीबीआइ कोर्ट ने चार आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। इसी के तहत सीबीआइ ने गिरफ्तारी की।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सेना को चीन में बने डोंगल सप्लाई करने के आरोप में सीबीआइ ने भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की पूर्व डिप्टी मैनेजर मधु शर्मा को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ कोर्ट के जज जगदीश प्रसाद ने चार सितंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस मामले में सीबीआइ कोर्ट ने चार आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।
सीबीआइ के लोक अभियोजन अधिकारी हरिमोहन ने अदालत को बताया कि 2012-13 सेना ने भेल को पहाड़ी क्षेत्र के लिए हाई फ्रीक्वेंसी वाले एक हजार डोंगल की सप्लाई का आर्डर दिया था। सेना के तमाम उपकरण की सप्लाई भेल से होती है। भेल कुछ उपकरण बाहरी कंपनियों से बनवाती है। क्वालिटी चेक करने के बाद उसे सेना को सप्लाई की जाती है।
कंपनी के तत्कालीन अधिकारियों और डिप्टी मैनेजर मधु शर्मा ने चीन में बना डोंगल दो कंपनियों से लेकर सेना को सप्लाई कर दिया। 2015 में भेल के ही एक अधिकारी ने मामले की जांच की तो पता चला कि सेना को घटिया किस्म के डोंगल की सप्लाई करते हुए निजी लाभ कमाया गया है। विभागीय जांच के बाद अधिकारी ने सीबीआइ जांच की सिफारिश की। सीबीआइ ने 26 जून 2015 को रिपोर्ट दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने जांच की तो लगभग 54 लाख रुपये का घोटाला सामने आया। मामले में मधु शर्मा सहित चार अन्य के साथ डोंगल सप्लाई करनेवाली दो कंपनियों को आरोपित माना। इस मामले में सीबीआइ ने 28 जून को चार्जशीट अदालत में पेश की। सीबीआइ के जांच अधिकारी नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में वीर सिंह, पंकज सिंह, कुंता चौधरी, संजय सिंह नेगी एवं सुरेंद्र की टीम ने छापा मारते हुए दिल्ली के पटपड़गंज से मधु शर्मा को गिरफ्तार बृहस्पतिवार शाम अदालत में पेश किया। अदालत ने सुनवाई के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।