बार एसोसिएशन चुनाव: मुद्दों की 'दलील' दरकिनार, चल रहा जातीय समीकरण का गुणा-भाग
बार एसोसिएशन के चुनाव में इस बार मुद्दों की बजाय जातीय समीकरणों का बोलबाला है। वकील अपने हितों और समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय, उम्मीदवार अपनी जाति के आधार पर समर्थन जुटा रहे हैं। चुनाव प्रचार में विकास और सुधार के मुद्दों को दरकिनार कर दिया गया है।

हसीन शाह, गाजियाबाद। बार एसोसिएशन के चुनाव 14 नवंबर को होना है। चुनाव से पहले कई प्रत्याशियों ने अधिवक्ताओं के मुख्य मुद्दों को दरकिनार कर जातीय समीकरण साधना शुरू कर दिया है। प्रत्याशी जातीय आधार पर हार-जीत का गुण-भाग कर रहे हैं। जबकि कचहरी में पेयजल, शौचालय, चैंबर की कमी आदि प्रमुख मुद्दे हैं। कई प्रत्याशी मुद्दों को लेकर प्रचार नहीं कर रहे हैं। जबकि अधिवक्ता चहते हैं कि प्रत्याशी उनके मद्दों की बात करें।
मंगलवार को सभी पदों के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई। प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। चैंबरों में चुनाव की चर्चा चल रही है। कई प्रत्याशी सामान्य, पिछड़ा, दलित, मुस्लिम मतदाताओं की संख्या का गुणा-भाग करने में जुट गए हैं। जबकि कुछ प्रत्याशी मतदाताओं के बीच मुद्दों की बात कर रहे हैं। वर्तमान में बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं के पास चैंबर नहीं है। कचहरी में चैंबर की कमी है।
अधिवक्ता चाहते हैं कि प्रत्याशी चैंबर की संख्या बढ़ाने का मुद्दे को जोर-शोर से उठाएं। कचहरी में जलभराव की समस्या बड़ी मानी जाती है। हल्की वर्षा होने पर भी यहां पानी भर जाता है। वादकारी और अधिवक्ताओं का निकलना मुश्किल हो जाता है। पेयजल और शौचालय की भी यहां समस्या है। कई प्रत्याशी प्रचार और मतदाताओं को लुभाने के लिए लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं।
प्रचार का मिला ज्यादा समय
वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल 19 जुलाई 2025 को समाप्त हो गया था। 25 अक्टूबर चेयरमैन बार काउंसिल उत्तर प्रदेश द्वारा एक माह का समय चुनाव करने के लिए वर्तमान कार्यकारिणी को समय दिया था। एल्डर कमेटी के चेयरमैन द्वारा भी पत्र जारी कर 30 अक्टूबर तक मतदाता सूची मांगी गई थी। जिससे 14 नवंबर तक चुनाव कराया जा सके। तीन नवंबर को चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया गया था।
बार काउंसिल आफ इंडिया द्वारा जारी पत्र के मुताबिक बार काउंसिल आफ इंडिया द्वारा 15 नवंबर 2025 के बाद बार एसोसिएशन के चुनावों पर रोक लगाई है। ऐसे में 14 नवंबर 2025 को चुनाव कराए जाने हैं। चुनाव में देरी के कारण दावेदारों का होर्डिंग लगाकर प्रचार का समय अधिक मिला।
चुनाव में अधिवक्ताओं के मुद्दों की बात होनी चाहिए। जो प्रत्याशी चैंबर की संख्या बढ़ाने की बात करेगा हम उसे मतदान करेंगे। कचहरी में जलभराव की समस्या है।
- राहुल, अधिवक्ता
निश्शुल्क पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। अधिवक्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमें वापस होने चाहिए। अधिवक्ताओं के हित की बात करने वाले प्रत्याशी को मतदान करुंगी।
- रिहाना, अधिवक्ता

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