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लॉकडाउन में थम गए ओटीएस के आवेदन

लॉकडाउन के दौरान एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के आवेदन थम गए हैं। प्रक्रिया समझ न आने के कारण बकाएदार ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे। कोरोना के प्रकोप और लॉकडाउन की वजह से जीडीए ऑफलाइन आवेदन की सेवा नहीं दे पा रहा है। ऐसे में अब तक 12

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 06:53 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2020 06:53 PM (IST)
लॉकडाउन में थम गए ओटीएस के आवेदन
लॉकडाउन में थम गए ओटीएस के आवेदन

जासं, गाजियाबाद : लॉकडाउन के दौरान एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के आवेदन थम गए हैं। प्रक्रिया समझ न आने के कारण बकाएदार ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे। कोरोना के प्रकोप और लॉकडाउन की वजह से जीडीए ऑफलाइन आवेदन की सेवा नहीं दे पा रहा है। ऐसे में अब तक 128 बकाएदारों ने ही आवेदन किया है।

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जीडीए ने 8294 बकाएदारों की सूची बना रखी है। इन पर 465 करोड़ 79 लाख 2935 रुपये बकाया है। छह मार्च से ओटीएस के तहत आवेदन प्रक्रिया चल रही है। इस योजना में आवेदन करने वाले बकाएदारों पर लगा दंड ब्याज माफ कर दिया जाएगा। जिससे उन्हें औसतन 20 फीसद की आर्थिक बचत होगी। इनमें 179 बड़े बकाएदारों के नाम शामिल हैं। जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि अब तक 128 आवेदन आए हैं। इनमें से ज्यादातर आवेदन लॉकडाउन से पहले के हैं। यह जानकारी भी दी कि बड़े बकाएदारों ने आवेदन बहुत कम हैं। लॉकडाउन लागू होने के बाद से चार आवेदन ही आए हैं। इस मामले में बकाएदारों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जटिल है। इस कारण आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। ओटीएस के आवेदन पांच जून तक स्वीकार किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक जीडीए अधिकारी मंथन कर रहे हैं कि शासन से आवेदन के समय को विस्तार के लिए गुहार लगाई जाए।


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