अमृत राजयोग में मनाया जाएगा धनतेरस का त्योहार
अ दिवाली मनाने से पहले क्षेत्र में धनतेरस के त्यौहार की तैयारियां हो रही हैं। इस बार धनतेरस पांच नवंबर को है। इस दिन लोग जमकर खरीददारी करते हैं। इस दिन वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है। साथ ही धन की देवी और धन के देवता कुबेर की पूजा का भी बहुत महत्व बताया गया है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : दिवाली मनाने से पहले क्षेत्र में धनतेरस के त्योहार की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। इस वर्ष धनतेरस पांच नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन लोग जमकर खरीदारी करते हैं। इस दिन वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है। साथ ही धन की देवी और धन के देवता कुबेर की पूजा का भी बहुत महत्व बताया गया है। इस वर्ष धनतेरस को और भी शुभ माना जा रहा है क्योंकि इस बार यह पर्व अमृत और राजयोग में आ रहा है। --धनतेरस पर की जाती है भगवान धनवन्तरि की पूजा
धनतेरस के दिन स्वामी धनवन्तरि और कुबेर की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि समुद्र मंथन से जब धनवन्तरि ऋषि निकले थे, तो उनके हाथों में अमृत का कलश था। इसलिए धनतेरस पर धनवन्तरि भगवान की पूजा होती है। साथ ही धन की देवी महालक्ष्मी, माता सरस्वती और गणेश भगवान की भी पूजा करें। --रोग विकार से मिलेगी मुक्ति
कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस से यम पंचक का शुभारंभ होना है। धनतेरस के दिन संसार को आयु, आरोग्य, सुख, समृद्धि और सद्गुणों से परिपूर्ण करने के लिए विश्व के प्रथम चिकित्सक धनवन्तरि भगवान का आविर्भाव समुद्र से हुआ था। --धातु के बर्तन और घरेलु सामग्री खरीदना होगा शुभ
धनतेरस को इस बार बहुत आवश्यक और महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। इस योग में धातु की वस्तुएं खरीदना लोगों के लिए अति शुभकारी हो सकता है। व्यापारी वर्ग इस दिन नए तराजू, खाता बही, तिजोरी आदि की भी पूजा करे।