प्रशासनिक कार्रवाई धीमी, लोनी सबसे प्रदूषित
वायु प्रदूषण को रोकने में प्रशासनिक कार्रवाई धीमीवायु प्रदूषण को रोकने में प्रशासनिक कार्रवाई धीमीवायु प्रदूषण को रोकने में प्रशासनिक कार्रवाई धीमीवायु प्रदूषण को रोकने में प्रशासनिक कार्रवाई धीमी
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : जिले के बढ़ते वायु प्रदूषण पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी रोक नहीं लगा पा रहे हैं। प्रशासनिक कार्रवाई की धीमी गति होने के कारण गर्मियों के दिनों में भी वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। रविवार को लोनी देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि गाजियाबाद का प्रदूषण खतरनाक स्थिति में रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े के अनुसार गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 337 और गाजियाबाद का एक्यूआई 227 दर्ज किया गया। लोनी देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। नहीं होती लगातार कार्रवाई
आरडब्ल्यूए पदाधिकारी कैलाश चंद शर्मा का कहना है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और प्रशासन की ओर से लगातार कार्रवाई नहीं होती है। लगातार कार्रवाई न होने के डर से लोग खुले में निर्माण सामग्री रख रहे हैं। धूल उड़ रही है और वहीं चिमनियां भी धुआं उगल रही हैं जिससे रोजाना जिले की हवा प्रदूषित हो रही है। कौशांबी में रहने वाले विनय कुमार मित्तल का कहना है कि लगातार प्रशासनिक अधिकारियों को मैसेज करने के बावजूद भी कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। उधर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विवेक राय का कहना है कि जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
ये करें उपाय
- खुले में कूड़ा और गंदगी न जलाएं
- वाहनों का जहरीला धुआं निकलने से रोकें।
- धूल व कूड़ा जहां पड़ा हो वहां पानी का छिड़काव अवश्य करें।
- प्रमुख मार्गों पर लगी हरियाली व ग्रीन बेल्ट में पानी का छिड़काव हो।
- सड़क किनारे लगने वाली ठेली, रेहड़ी और खानपान की दुकानों से कम से कम धुआं उड़े।
इनका भी रखें ध्यान
- निर्माण स्थलों तक जाने के लिए पक्की सड़क होनी चाहिए।
- धूल उड़ने से बचाव के बिना मिट्टी की खुदाई नहीं होगी।
- कोई भी निर्माण सामग्री बिना ढके नहीं रखी जाएगी।
- पानी छिड़काव की व्यवस्था हो।
- खुले में भवन सामग्री की घिसाई और कटाई नहीं होगी।
- निर्माणाधीन स्थलों को हरी जाली से ढक कर रखा जाएगा।
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