समस्याओं के समाधान में जुटा प्रशासन, लगा शिविर
शुक्रवार को यहां लोगों के राशन कार्ड विधवा व वृद्धा पेंशन के लिए शिविर लगाया गया।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : जिला प्रशासन ने करहेड़ा में कथित रूप से धर्म परिवर्तन करने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों की समस्याओं का समाधान करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को यहां लोगों के राशन कार्ड, विधवा व वृद्धा पेंशन के लिए शिविर लगाया गया।
शुक्रवार सुबह करहेड़ा में शिविर लगाया गया। यहां पर लोगों से राशन कार्ड, विधवा व वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन पत्र भरवाए गए। उपजिलाधिकारी सदर डीपी सिंह करहेड़ा पहुंचे। उन्होंने लोगों को बताया कि उनकी समस्याओं केसमाधान का प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। संबंधित विभाग को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। जल्द ही समस्याओं का समाधान हो जाएगा। वहीं दोपहर में कथित रूप से धर्म परिवर्तन करने वाले कुछ लोगों ने शिविर का विरोध किया। उन्होंने कहा कि शिविर में आवेदन करने वाले अन्य लोग हैं। वह लोग इसमें शामिल नहीं हैं। दोपहर तक 31 लोगों ने राशन कार्ड के लिए आवेदन कर दिया था। विधवा व वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन नहीं आए थे। अपर जिलाधिकारी नगर शैलेंद्र सिंह ने बताया है कि लोगों की समस्याओं का समाधान शुरू करा दिया गया है। सभी संबंधित विभाग के अधिकारी इस दिशा में काम कर रहे हैं। विहिप के पदाधिकारी पहुंचे : शुक्रवार दोपहर में विश्व हिदू परिषद के जिलाध्यक्ष भोपाल सिंह करहेड़ा पहुंचे। उन्होंने लोगों से बातचीत की। उनकी समस्याओं का समाधान कराने का आश्वासन दिया। भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सत्यपाल प्रधान ने भी लोगों को समझाया। आजाद समाज पार्टी के प्रवक्ता सत्यपाल चौधरी ने भाजपा व प्रशासन पर वाल्मीकि समाज के लोगों को डराने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इसकी रिपोर्ट भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को भेज दी गई है। अफवाह फैलाने वाले का सुराग नहीं : इस मामले में पप्पू कालोनी निवासी मोंटू चंदेल ने अज्ञात के खिलाफ अफवाह फैलाने और सद्भाव बिगाड़ने का आरोप लगाया है। उनकी शिकायत पर बृहस्पतिवार को साहिबाबाद थाना में रिपोर्ट दर्ज हुई है, लेकिन पुलिस अब तक आरोपित का सुराग नहीं लगा सकी है। थाना प्रभारी निरीक्षक विष्णु कौशिक ने बताया है कि मामले की जांच की जा रही है। यह है मामला : डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रपौत्र राज रतन आंबेडकर 14 अक्टूबर को करहेड़ा आए थे। इस दौरान यहां के 50 वाल्मीकि परिवार के 236 लोगों ने कथित रूप से बौद्ध धर्म अपना लिया था। 21 अक्टूबर को इसकी सूचना पर जिला प्रशासन के अधिकारी करहेड़ा पहुंचे थे। लोगों की समस्याएं सुनकर निस्तारण का आश्वासन दिया था। लोगों ने हाथरस कांड में पीड़ित परिवार को न्याय सहित 16 सूत्री मांग पत्र उन्हें सौंपा था।