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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण का 83 फीसद काम पूरा

जागरण संवाददाता गाजियाबाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण का 83 फीसद काम पूरा हो

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 07:16 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 07:16 PM (IST)
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण का 83 फीसद काम पूरा
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण का 83 फीसद काम पूरा

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण का 83 फीसद काम पूरा हो गया है। अब केवल 17 फीसद काम बचा हुआ है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की प्रगति रिपोर्ट में पता चला है कि इस कार्य पर 760 दिन में 1352 करोड़ रुपये खर्च हो गए हैं। 910 दिन में इसका निर्माण पूरा किया जाना है। डेढ़ सौ दिन शेष बचे हैं। अफसर इस चरण के यूपी गेट से विजयनगर तक के छह किलोमीटर हिस्से को अगले तीस दिन में चालू करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। बताया गया है कि साइट पर बारिश के बीच तीन फुटओवर ब्रिज के फिनिशिग एवं लाइटिग के कार्य के लिए दो सौ अतिरिक्त श्रमिक लगाए गए हैं। नोएडा सेक्टर-62 और मॉडल टाउन पर बनाए जाने वाला एफओबी और गंगाजल प्लांट कट के पास बनाए गए एफओबी का काम अंतिम चरण में हैं। कोलंबिया एशिया अस्पताल के पास बनाए जा रहे एफओबी का काम अभी बाकी है। विजयनगर तक की सड़क को चमकाने के लिए दिन-रात काम चल रहा है। यूपी गेट से लाल कुआं तक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर फुटपाथ भी बनाया जा रहा है। साइकिल ट्रैक बनाने का काम भी चल रहा है। 31 दिसंबर 2015 को शिलान्यास के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का पहला चरण निजामुद्दीन से यूपी गेट तथा डासना से हापुड़ तक तीसरा चरण ही पूरा हो पाया है। यूपी गेट से डासना के दूसरे चरण पर सबसे अधिक वाहनों का दबाव रहता है। 14 लेन के एक्सप्रेस-वे में बीच की तीन-तीन लेन एक्सप्रेस-वे की हैं जबकि दोनों तरफ चार-चार लेन राष्ट्रीय राजमार्ग है। एनएचएआइ का कहना है कि इससे वाहनों की रफ्तार में तेजी आएगी।

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दूसरे चरण का काम तेजी से किया जा रहा है। यूपी गेट से विजयनगर तक के छह किलोमीटर के हिस्से को अगले एक महीने के भीतर ट्रैफिक के लिए खोल दिया जाएगा। अधिकांश अंडरपास खोल दिए गए हैं। सड़क चौड़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य तेज गति से कराया जा रहा है। 13 किलोमीटर के शेष हिस्से का काम भी अंतिम चरण में हैं। चिपियाना आरओबी के गार्डर डालने में जरूर दो महीने लग सकते हैं।

- मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ

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दूसरे चरण का विवरण

कुल लागत-1989 करोड़

कुल लंबाई- 19.38 किलोमीटर

निर्माण करने वाली कंपनी- मैसर्स एप्को चेतक अल्ट्रावे

सुरक्षा सलाहकार-एलमोंडज ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर कंसलटेंट

कार्य प्रारंभ की तिथि- 4 नवंबर 2017

कार्य पूर्ण होने की संभावित तिथि- 31 दिसंबर 2020


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