दिल्ली-मेरठ के बीच रैपिड रेल में रोजाना 7.40 लाख यात्री करेंगे सफर
दिल्ली-मेरठ रूट पर रैपिड रेल में रोजाना औसतन 7.40 लाख यात्री सफर करेंगे। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने सर्वे से यह आकलन किया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिल्ली-मेरठ रूट पर रैपिड रेल में रोजाना औसतन 7.40 लाख यात्री सफर करेंगे। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने सर्वे से यह आकलन किया है। 82 किलोमीटर के इस रूट पर रैपिड रेल के 18 स्टेशन बनेंगे। मेरठ की सीमा में छह मेट्रो के स्टेशन बनाए जाएंगे। दोनों मिलाकर 24 स्टेशन प्रस्तावित है। एनसीआरटीसी ने बताया है कि सर्वे में लोगों ने रैपिड रेल को प्राथमिकता दी है। कॉरिडोर की सफलता को लेकर संशय खत्म करने का प्रयास किया है। दो नदियों के बीच से गुजरेगी रैपिड रेल
दिल्ली में सराय काले खां से कॉरिडोर शुरू होगा। कौशांबी स्थित रेडिसन होटल के पास से यह कॉरिडोर गाजियाबाद में प्रवेश करेगा। साहिबाबाद से होते हुए मेरठ रोड के बीचोंबीच कॉरिडोर मेरठ स्थित मोदीपुरम में जाकर समाप्त होगा। यह कॉरिडोर यमुना नदी, ¨हडन नदी, रेलवे ट्रैक और ईस्टर्न पेरीफेरल को क्रॉस करते हुए जाएगा। तीन जगह मेट्रो से जुड़ेगा कॉरिडोर
तीन स्थानों पर रैपिड रेल के स्टेशन मेट्रो से जुड़ेंगे। आनंद विहार, अशोक नगर और ¨हडन रिवर मेट्रो स्टेशन से रैपिड रेल कॉरिडोर को जोड़ा जाएगा। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जरूरत के हिसाब से दोनों सेवाओं का लाभ ले सकें।
दुहाई में दो स्टेशन
दुहाई और मोदीपुरम में कॉरिडोर पर बनने वाले मुख्य स्टेशन के साथ डिपो में सरफेस स्टेशन बनाए जाएंगे। एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि डिपो कॉरिडोर से करीब एक किलोमीटर अंदर होगा। उसके आसपास रहने वाली आबादी को लाभ देने के लिए ऐसा किया जा रहा है। जमीन के लिए सर्वे पूरा
रैपिड रेल कॉरिडोर के लिए सर्वे पूरा हो गया है। एनसीआरटीसी और भू-अर्जन विभाग द्वारा जल्द डीएम को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इस परियोजना के लिए 10 गांवों के किसानों से 100 हेक्टेयर जमीन खरीदी जानी है। पहले दस्तावेजों के हिसाब से सर्वे किया गया था। फिर खसरों का भौतिक सत्यापन किया गया। देखा गया कि कहां तलाब, कुआं, मकान, दुकान और अन्य भवनों का निर्माण हुआ है। इस गांवों में खरीदी जाएगी जमीन
गांव-जमीन हेक्टेयर में
बेगमाबाद बुदान -0.2964
बिसोखर-0.6771
बसंतपुर सैंथली-24.2482
दुहाई-43.5481
भिक्कनपुर-28.3039
साहिबाबाद-0.1556
बोंझा-0.1712
डरगल-1.2386
उखलारसी-0.6007
सीकरी खुर्द-0.8201
रैपिड रेल परियोजना पर एक नजर
- 82 किलोमीटर का होगा रुट
- रेल की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा तक होगा, न्यूनतम 100 किलोमीटर
- एक रैपिड रेल में होगे 12 कोच
- इस प्रोजेक्ट पर 34500 करोड़ रुपय की लागत आएगी
- उत्तर प्रदेश सरकार 4300 करोड़ का अंशदान देगी
- 2024 तक पहले फेज निर्माण हो पाएगा पूरा