कोरोना से बचाव के साथ मनाया गुरु नानक देव का 551वां प्रकाश पर्व
सभी गुरुद्वारों में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए 90 से 100 श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया गया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सिखों के प्रथम गुरु नानक देव का 551वां प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया। सभी गुरुद्वारे में कोरोना से बचाव को ध्यान में रखते हुए त्योहार मनाया और सीमित संख्या में ही लोग गुरुद्वारे में जा सके। सभी गुरुद्वारों में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए 90 से 100 श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया गया।
बजरिया स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान इंदरजीत सिंह टीटू ने बताया कि गुरुद्वारे के द्वार पर ही डॉक्टर को बैठाया गया। गाइडलाइन का पालन करते हुए थर्मल स्क्रीनिग की गई। हाथ धोकर सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश दिया गया। सुबह से ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ शुरू हो गया। इसके बाद सबद कीर्तन हुआ। हर साल चार सौ से पांच सौ लोग इकट्ठे होने पर ही लंगर शुरू किया जाता था, लेकिन इस साल कोरोना को देखते हुए जल्दी ही करीब 11 बजे से ही लंगर शुरू कर दिया गया। लंगर छकाने के दौरान भी शारीरिक दूरी का खास ध्यान रखा गया। कार्यक्रम के दौरान लोग आते-जाते रहे। कोरोना को देखते हुए किसी को भी ज्यादा देर रुकने नहीं दिया गया। सभी ने मत्था टेका लंगर छका।
इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए प्रकाश पर्व पर प्रभात फेरी नहीं निकाली गई। महामंत्री एसपी सिंह ओबराय ने कहा कि श्रद्धा के साथ कोरोना से बचाव का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसका खास ख्याल रखा गया। गुरुद्वारे में आने वाले श्रद्धालुओं ने पूरा सहयोग भी दिया। गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व पर राजनगर, कविनगर, बजरिया, नेहरू नगर आदि सभी क्षेत्रों के गुरुद्वारों में अखंड पाठ और शबद कीर्तन के साथ लंगर छकाया गया।