मिर्ची उर्फ आशु गैंग के सरगना पर 50 हजार का इनाम घोषित
कार लूटकर ताबड़तोड़ वारदात करने वाले मिर्ची उर्फ आशु गिरोह के तीन और बदमाश शुक्रवार को मेरठ की दौराला थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए हैं। वहीं सरगना आशु उर्फ प्रवीण अभी भी फरार है। कविनगर थाने की रिपोर्ट पर आइजी रामकुमार ने बृहस्पतिवार को आशु के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इससे पहले कविनगर में हुई लूट में पहचान होने के बाद एसएसपी गाजियाबाद ने आशु मोहित राहुल और सुमित के खिलाफ 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कार लूटकर ताबड़तोड़ वारदात करने वाले मिर्ची उर्फ आशु गिरोह के तीन और बदमाश शुक्रवार को मेरठ की दौराला थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए हैं। वहीं सरगना आशु उर्फ प्रवीण अभी फरार है। कविनगर थाने की रिपोर्ट पर आइजी रामकुमार ने बृहस्पतिवार को आशु के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इससे पहले कविनगर में हुई लूट में पहचान होने के बाद एसएसपी गाजियाबाद ने आशु, मोहित, राहुल और सुमित के खिलाफ 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। कई की गिरफ्तारी बाकी
मेरठ की दौराला थाना पुलिस शिवम, चेतक व विक्की को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। इनसे मसूरी में एनएच-9 पर नौ मई की रात लूटी गई डस्टर कार भी बरामद हुई है। बदमाशों ने कार लूटने के बाद उसी रात गुलावठी और परतापुर में डकैती डाली थी। एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। आशु के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित हो चुका है। जल्द ही गिरोह के फरार साथियों को गिरफ्तार किया जाएगा। ऑन डिमांड कराता है बाइक चोरी
मिर्ची गिरोह करीब एक दशक से सक्रिय है। फिलहाल यह गिरोह कार लूटने के बाद लूटपाट करता है। मगर कार लूटने के लिए जरूरी बाइक भी चोरी की इस्तेमाल की जाती है। दुपहिया वाहन की चोरी यह गिरोह खुद नहीं करता, बल्कि नए लड़कों को पकड़ता है और उन्हें 5-10 हजार रुपये देकर आन डिमांड बाइक चोरी कराता है।
डी-112 के सदस्यों में इजाफा
कविनगर थाने के रजिस्टर्ड गैंग डी-112 के बदमाशों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बृहस्पतिवार को इसके सदस्यों की संख्या 88 थी, जो शुक्रवार को 90 पहुंच गई। विक्की इस गिरोह में पहले से शामिल था, जबकि चेतक व शिवम नए हैं। एसएसपी ने बताया कि 14 अप्रैल को नोएडा के बादलपुर क्षेत्र से ब्रेजा कार लूटने के बाद आरोपितों ने विजयनगर के दो एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की थी। एटीएम के सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की पहचान डी-11 गिरोह के सदस्यों के रूप में हुई थी। तुरंत ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को इसकी जानकारी दे दी गई थी।
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