एंटी स्मॉग गन लगाने के लिए 39 निर्माण चिह्नित
जीडीए ने एंटी स्मॉग गन लगाने के लिए 39 निर्माणाधीन स्थलों की सूची जिला प्रशासन को सौंप दी है। इनमें जीडीए के खुद के दो निर्माण हैं। ज्यादातर प्राइवेट बिल्डरों के प्रोजेक्ट का ब्योरा सूची में दिया गया है। 20 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्रफल में सबसे ज्यादा निर्माणाधीन इमारतें जोन-एक राजनगर एक्सटेंशन और नंदग्राम क्षेत्र में बन रही हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जीडीए ने एंटी स्मॉग गन लगाने के लिए 39 निर्माणाधीन स्थलों की सूची जिला प्रशासन को सौंप दी है। इनमें जीडीए के खुद के दो निर्माण हैं। ज्यादातर प्राइवेट बिल्डरों के प्रोजेक्ट का ब्योरा सूची में दिया गया है। 20 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्रफल में सबसे ज्यादा निर्माणाधीन इमारतें जोन-एक राजनगर एक्सटेंशन और नंदग्राम क्षेत्र में बन रही हैं।
शहर में प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस समस्या का निदान करने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। उन्होंने जीडीए को निर्देश जारी किया था कि वह 20 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में बन रहे प्रोजेक्ट की सूची मुहैया कराएं, जिससे वहां पर एंटी स्मॉग गन लगवाई जा सकें। जीडीए ने इसके लिए एक दिन का वक्त मांगा था। आठों प्रवर्तन जोन-प्रभारियों से ऐसे प्रोजेक्ट्स की सूची तैयार कराई गई। उसमें जीडीए के दो प्रोजेक्ट मधुबन-बापूधाम बुनकर मार्ट और प्रधानमंत्री आवास योजना के 856 फ्लैट शामिल हैं। आठों प्रवर्तन जोन में इतने बड़े क्षेत्रफल में प्राइवेट बिल्डरों के 37 प्रोजेक्ट निर्माणाधीन हैं।
15 लाख तक का खर्च
जीडीए अधिकारियों ने बताया कि एंटी स्मॉग गन लगाने में पांच से 15 लाख रुपये तक का खर्च है। इस दौर में जब प्रोजेक्ट को बनाना बिल्डरों और जीडीए के लिए भारी पड़ रहा है। एंटी स्मॉग गन लगाने के बारे में सोच कर बिल्डर डरे हुए हैं।
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जोन वार प्रोजेक्ट की संख्या
प्रवर्तन जोन-प्रोजेक्ट
एक-14
दो-दो
तीन-एक
चार-दो
पांच-चार
छह-दो
सात-तीन
आठ-नौ
जीडीए के प्रोजेक्ट-दो
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कुल 39 प्रोजेक्ट की सूची बनाकर जिला प्रशासन को भेजी गई है। इनमें एंटी स्मॉग गन लगाने का प्रावधान कराया जाएगा।
- संतोष कुमार राय, सचिव, जीडीए