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मकान की फर्जी रजिस्ट्री कर भाजपा नेता से 13 लाख रुपये हड़पे

मकान की फर्जी रजिस्ट्री कर भाजपा नेता से 13 लाख रुपये हड़पने के मामले में प्रॉपर्टी डीलर समेत चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपितों ने मकान दिखाकर दूसरे व्यक्ति को उसका मालिक बना ठगी को अंजाम दिया। पीड़ित कब्जा करने पहुंचे तो उन्हें ठगी का पता चला। एसएसपी से शिकायत के बाद जांच कराई गई और फिर सिहानी गेट थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 07:46 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 07:46 PM (IST)
मकान की फर्जी रजिस्ट्री कर भाजपा नेता से 13 लाख रुपये हड़पे
मकान की फर्जी रजिस्ट्री कर भाजपा नेता से 13 लाख रुपये हड़पे

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मकान की फर्जी रजिस्ट्री कर भाजपा नेता से 13 लाख रुपये हड़पने के मामले में प्रॉपर्टी डीलर समेत चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपितों ने मकान दिखाकर दूसरे व्यक्ति को उसका मालिक बना ठगी को अंजाम दिया। पीड़ित कब्जा करने पहुंचे तो उन्हें ठगी का पता चला। एसएसपी से शिकायत के बाद जांच कराई गई और फिर सिहानी गेट थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।

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पटेलनगर सेकेंड के बोंझा निवासी अरुण कुमार भाजपा के पुराना गाजियाबाद मंडल उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने 2015 में घूकना निवासी प्रॉपर्टी डीलर महेंद्र के माध्यम से सिब्बनपुरा में 110 गज के प्लॉट में बना मकान देखा। इस मकान के मालिक के रूप में संजय नाम के व्यक्ति से उन्हें मिलाया गया। मकान देखने के दौरान उसमे रहने वाले किरायेदार विनोद व उसकी पत्नी मंजू ने भी उक्त व्यक्ति को मालिक बताया। अरुण ने 16 लाख रुपये में मकान का सौदा तय किया और दिसंबर 2015 तक छह लाख रुपये संजय को दे दिए। अरुण के मुताबिक उन्होंने सेवानगर स्थित अपना दूसरा मकान बेचकर जनवरी-2018 में सात लाख रुपये संजय को देकर एग्रीमेंट करा लिया। फरवरी में संजय ने तीन लाख रुपये के चेक लेकर अरुण की पत्नी के नाम रजिस्ट्री कर दी। किराया भी दिया

रजिस्ट्री के बाद संजय ने उन्हें दो हजार रुपये दिए। कहा कि यह विनोद का किराया है। होली से पहले उन्होंने मकान पर जाकर विनोद को मकान खाली करने को कहा तो एक व्यक्ति ने इसका विरोध किया। उसने अपना नाम संजय और खुद को मकान का मालिक बताया। अरुण ने आसपास पूछताछ की तो लोगों ने भी दूसरे व्यक्ति को ही संजय बताया। उन्होंने दस्तावेज चेक कराए तो सभी फर्जी निकले। गुरुवचन बना था संजय

पीड़ित महेंद्र के पास पहुंचे तो पता चला कि संजय के रूप में जिस व्यक्ति को उनसे मिलवाया गया था, उसका नाम गुरुवचन है। उन्होंने पैसे वापस मांगे तो धमकी देकर भगा दिया गया। सिहानी गेट के कार्यवाहक थानाध्यक्ष पुनित सिंह ने बताया कि महेंद्र, गुरुवचन उर्फ संजय, विनोद व मंजू के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने व उनका प्रयोग कर संपत्ति हड़पने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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