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10 हजार प्रवासी कामगारों को मिलेगा रोजगार

जनपद में लॉकडाउन के दौरान 10 हजार बेरोजगार प्रवासियों को रोजगार देने की योजना है। प्रदेश सरकार और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के बीच प्रवासी कामगारों को रोजगार देने के लिए करार हुआ है जिसमें प्रदेश के करीब आठ लाख व जिले के 10 हजार ऐसे लोगों को शुरूआत में रोजगार दिया जाएगा। शुरूआत में अभी जिला उद्योग केंद्र के सहयोग से छह बेरोजगार प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया कराया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 08:53 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 08:53 PM (IST)
10 हजार प्रवासी कामगारों को मिलेगा रोजगार
10 हजार प्रवासी कामगारों को मिलेगा रोजगार

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जनपद में लॉकडाउन के दौरान 10 हजार बेरोजगार प्रवासियों को रोजगार देने की योजना है। प्रदेश सरकार और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के बीच प्रवासी कामगारों को रोजगार देने के लिए करार हुआ है, जिसमें प्रदेश के करीब आठ लाख व जिले के 10 हजार ऐसे लोगों को शुरुआत में रोजगार दिया जाएगा। शुरुआत में अभी जिला उद्योग केंद्र के सहयोग से छह बेरोजगार प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया कराया गया।

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कोरोना संकट के चलते बेरोजगार हुए प्रवासी कामगारों को अपने क्षेत्रों में ही रोजगार मुहैया कराने के लिए प्रदेश सरकार ने योजना तैयार की है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने आइआइए के साथ भी करार किया है, जिसमें प्रदेश भर में करीब आठ लाख प्रवासियों को कार्यकुशलता के आधार पर रोजगार दिया जाएगा। वहीं, जनपद में आइआइए ने 10 हजार प्रवासियों को रोजगार देने की बात की है। इसके अलावा जिला उद्योग केंद्र में आज 30 से अधिक प्रवासी कामगारों व बेरोजगारों का साक्षात्कार लिया गया। उनकी कार्यकुशलता के आधार पर मौके पर ही उद्यमियों से बात कर छह को रोजगार मुहैया कराया गया। इनमें हिमाचल से लौटे इदरीस व जाहिद को वेल्डर के रूप में, राजस्थान से आए प्रशांत को खराद मशीन, नवनीत को इलेक्ट्रीशियन, गाजियाबाद से ही सौरभ कौशिक को अकाउंटेंट, अजय कुमार को फैब्रीकेट के लिए साक्षात्कार के बाद रोजगार दिलाया गया। उपायुक्त उद्योग प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देश पर प्रवासी व लॉकडाउन में बेरोजगार हुए कामगारों को रोजगार दिलाने के लिए उद्यमियों के साथ मिलकर साक्षात्कार लिया जा रहा है। ताकि कार्यकुशलता के आधार पर रोजगार दिलाया जा सके। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप यहां के उद्यमी कार्य कुशलता के आधार पर वर्करों को काम देने के लिए तैयार हैं। इसके लिए हमारे यहां भी शुरुआत हुई है। जिला उद्योग केंद्र की ओर से ऐसे कामगारों का साक्षात्कार लिया गया, जिसमें उनके यहां भी वर्कर को काम करने का मौका दिया गया है। सोमवार से वह फैक्ट्री में काम के लिए आएंगे।

- राकेश त्यागी, उद्यमी मैं सिकंदराबाद में काम करना था, लेकिन लॉकडाउन के चलते काम छूट गया। परिवार का खर्च चलाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस बीच शनिवार को जिला उद्योग केंद्र बुलाया गया, जहां एक इंडस्ट्री में काम करने के लिए इंटरव्यू के बाद काम मिला है। सोमवार से काम के लिए जाना शुरू करुंगा।

- अजय कुमार, प्रवासी कामगार

प्रवासी कामगारों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री ने आइआइए के साथ करार पर हस्ताक्षर किए हैं। विभिन्न प्रदेशों में बेरोजगारी के चलते वापस लौटे प्रवासी कामगारों की सूची कार्यकुशलता के साथ दी जाएगी। जिला उद्योग केंद्र उपायुक्त के माध्यम से आइआइए बेरोजगारों को कार्यकौशल के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराएगा।

- नीरज सिघल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आइआइए

कोरोना के चलते दूसरे प्रदेशों से बेरोजगारी का शिकार हुए कामगारों को उनकी कार्यकुशलता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। शनिवार को शुरुआत में उद्यमियों से बात करके छह ऐसे लोगों को रोजगार दिलाया गया है। इनमें इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, एकाउंटेंट, ड्राइवर, स्टोर कीपर, प्रोडक्शन मैनेजर आदि शामिल हैं।

- बीरेंद्र सिंह, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र


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