मदद मांगने तपती धूप में मजदूर संघ कार्यालय पहुंचीं महिलाएं
मदद मांगने तपती धूप में मजदूर संघ कार्यालय पहुंचीं महिलाएं
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कोरोना वायरस के डर से कारखाने बंद हैं। इनमें काम करने वाले हजारों श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं। इनमें से कई ऐसे हैं, जिनके घर में राशन खत्म है और सरकार मदद भी नहीं मिल पा रही। ऐसी कई महिलाएं मंगलवार को तपती धूप में पैदल मजदूर संघ कार्यालय पहुंचीं।
सुहागनगरी में एक सैकड़ा चूड़ी के कारखाने संचालित हैं। इनमें सैकड़ों महिलाएं भंगार बीनने व बेलन उठाने का कार्य करती हैं। दो महीने से काम बंद होने से इनके सामने रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। नगला पान सहाय से महावीर नगर स्थित कांच उद्योग क्रांतिकारी मजदूर संघ कार्यालय पहुंची एक दर्जन महिला श्रमिकों ने यूनियन मंत्री भूरी सिंह यादव को अपनी बेबसी सुनाई। उर्मिला देवी, नीलम, सुमन ने बताया कि बच्चों को भरपेट खाना नहीं खिला पा रही हैं। राशन कार्ड भी नहीं हैं। ऐसे में अनाज के एक एक दाने को मोहताज हो गई हैं। दो माह से कोई सरकारी मदद भी नहीं मिली।
महिलाओं का कहना था कि कि कारखानों में काम शुरू होने तक प्रशासन हमें सरकारी मदद दिलाई जाए, जिससे दूसरों के सामने हाथ न फैलाने पड़ें। रामवती, आशा, जयदेवी, सुनीता, अंगूरीदेवी, रानीदेवी, मीरा की भी यही कहानी थी। यूनियन मंत्री ने बताया कि उन्होंने महिलाओं को नगर निगम भेज दिया। उन्हें कंट्रोल रूम का नंबर भी दे दिया। प्रशासन को ऐसे लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए पत्र लिखेंगे।