ममता की रैली में मुस्लिम कम क्यों बुलाए: आजम खां
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। सपा के दिग्गज नेता और पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खान ने कहा, ममता की रैली में मुस्लिमों को क्यों कम बुलाया गया, यह ठीक नहीं है। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी प्रहार किए। बैठक में राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा की।
जासं, फीरोजाबाद: सपा के दिग्गज नेता और पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खान ने महागठबंधन को लेकर कोलकाता में विगत दिवस बुलाई गई रैली में मुस्लिमों की कम नुमाइंदगी पर सवाल उठाया है। कहा कि देश में इससे अच्छा संदेश नहीं गया है।
वे रविवार को स्टेशन रोड स्थित आईएस होटल में आयोजित मुशवर्ती काउंसिल ऑफ इंडिया की बैठक में शामिल होने आए थे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में विपक्षी दलों के महागठबंधन की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि कोलकाता रैली में मुस्लिम नेताओं का और प्रतिनिधित्व होना चाहिए था। इससे देश में अच्छा संदेश जाता। रैली में सिर्फ कश्मीर और असोम से ही एक-एक मुस्लिम नेता बुलाए गए थे। उन्होंने सवाल किया कि आखिर वह कौन सी वजह थी कि रैली में कम मुस्लिम नेता आमंत्रित किए गए?
उन्होंने जस्टिस सच्चर कमेटी की रिपोर्ट अब तक देश में लागू नहीं होने पर भी ¨चता जताते हुए कहा कि इस पर केंद्र को जवाब देना चाहिए। आजम खां सपा बसपा गठबंधन और पार्टी को लेकर कुछ भी बोलने से बचते रहे। सिर्फ इतना कहा कि सपा का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। बसपा के साथ गठबंधन का स्वागत है। शिवपाल की पार्टी पर कहा कि कोई भी व्यक्ति नई पार्टी बनाने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन सपा एक है। वार्ता के समय असलम परवेज, महबूब अजीज, डॉ. जफर उल इस्लाम आदि लोग मौजूद थे।
माफी मांगें मोदी और शाह: भाजपा विधायक साधना ¨सह द्वारा बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ गलत टिप्पणी की ¨नदा करते हुए आजम खां ने कहा कि इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह देश को जनता से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही नेत्री को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।