खेती पर आफत की 'बारिश' सिसकी शिमला, धान और बाजरा हुई धराशायी
खेतों में भरे पानी में डूब गया सरसों आलू बोआई की तैयारी को झटका त्योहार से पहले नुकसान से सदमे में आए किसान डूब गई लागत।
टीम जागरण, फिरोजाबाद : रविवार से लगी बारिश की झड़ी किसानों के लिए आफत बन गई। खेतों में पानी भरने से सरसों का बीज सड़ गया तो पका खड़ा बाजरा और तैयार हुई धान की फसल भी धराशायी हो गई। इसके साथ आलू की बोवाई को झटका लगने से किसान सदमे में आ गया है। मुनाफे की फसल शिमला मिर्च को जुलाई से अब तक की बारिश में सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
रविवार दोपहर से शुरू हुई बारिश के बाद पूरी रात पानी बरसात होती रही। इससे खेतों में पानी भर गया। सोमवार सुबह जब किसान पहुंचे तो खेतों में पानी भर चुका था। पानी निकालने की कोशिशों को दिन भर चली बारिश ने खत्म कर दिया। इसके बाद लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी और भर गया। आलू की बोवाई की तैयारियां कर रहे किसान अब हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
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झड़ गए शिमला मिर्च के फूल: नारखी: पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही रिमझिम बारिश व तेज हवाओं से शिमला मिर्च की फसल को एक बार फिर झटका दिया है। जुलाई व सितंबर में हुई लगातार बारिश से 30 फीसद मिर्च की फसल पहले ही सड़कर बर्बाद हो चुकी थी। दोबारा लगाई गई पौध में अब फूल आने लगे थे। फूल झड़ने के साथ खेत में पानी भरने से पौध सड़ने के आसार बन गए हैं। गढ़ी हंसराम निवासी किसान शिवम जादौन का कहना है कि एक लाख रुपये किलो के बीज से पौध तैयार हुई थी। अबकी बारिश ने तगड़ा झटका दिया है। शिकोहाबाद: धान और बाजरा को नुकसान, सदमे में किसान
बारिश के चलते नसीरपुर में किसानों को धान की फसल में बड़ा नुकसान हुआ है। गांव डाहिनी, झमझमपुर, जसलई, बाकलपूर, फतहपुर कर्खा, असुआ, केसरी, भांडरी आदि गांवों बाजरे की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। असुआ खेड़ा के किसान रामअवतार ने बताया कि बीते 20 दिनों में दो बार बारिश होने के चलते धान की फसल में काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन मुआवजे की कार्रवाई शुरू करे। हाथवंत के गांव में धान पर बरसे ओले
हाथवंत के गांव शोभनपुर में ओले पड़ने से कई किसानों की धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। शोभनपुर के सभी ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर मदद की मांग की है।
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आलू की फसल भी होगी प्रभावित
किसान आलू की फसल बोने को भी खेत तैयार करने में लगा हुआ था। कुछ किसानों ने तो फसल की बोवाई शुरू भी कर दी थी। बारिश के चलते अब आलू की फसल की बोवाई करने में भी देरी होगी। जिसका खामियाजा भी किसान को भुगतना होगा।
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एका में कटी पड़ी धान के सड़ने के आसार
क्षेत्र में कई खेतों में धान की फसल कटी हुई पड़ी थी। खेतों में पानी भरने के कारण फसल के सड़ने के आसार बनते नजर आ रहे हैं। वहीं क्षेत्र में बाजरा को बड़ा नुकसान हुआ है। क्षेत्र के लहसुन किसानों को भी बीज सड़ने की आशंका जताने लगी है। रामपुर के किसान गुरशरण सिंह ने बताया कि छह बीघा में साझेदारी में धान की फसल की थी। लागत डूबने के साथ-साथ कर्जदार हो गया हूं।
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फरिहा: बारिश के साथ तेज हवाओं ने गिराई फसल
रविवार से शुरू हुई बारिश और तेज हवाओं ने मक्का की तैयार खड़ी फसल को गिरा दिया। बाजरा और चरी खेतों में बिछ गई। वहीं पिछले दिनों सरसों की बोवाई करने वाले किसानों का बीज तक खेतों में सड़ने की कगार पर पहुंच गया है। मौसम खुलने के बाद दोबारा बोवाई करना पड़ेगी।