सत्यापन की रफ्तार धीमी, अपात्र ले रहे राशन
- जून में शुरू हुआ था अभियान, अब तक नहीं हुआ पूरा - मानक से अधिक राशन कार्ड होने से नहीं बन पा रह
- जून में शुरू हुआ था अभियान, अब तक नहीं हुआ पूरा
- मानक से अधिक राशन कार्ड होने से नहीं बन पा रहे नए कार्ड जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जिले में राशन कार्डो का सत्यापन पांच महीने में भी पूरा नहीं हो सका है। इसका फायदा अपात्र लोग उठा रहे हैं, वे अब भी हर महीने पैसों के साथ ही मुफ्त में मिलने वाला राशन भी ले रहे हैं। वहीं पात्र परिवार दाने-दाने को मोहताज हैं।
जिले के शहरी क्षेत्र में राशन कार्ड मानक से अधिक बने हैं। नगर निगम क्षेत्र में 64 फीसद आबादी के पास राशन कार्ड होने चाहिए, लेकिन बन गए थे 76 फीसद। हालांकि बाद में कुछ कार्ड कटे तो यह आंकड़ा 74 फीसद पर आ गया। मानक से अधिक कार्ड होने के कारण जरूरतमंदों के कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। इधर प्रशासन के पास अपात्रों के राशन कार्ड होने की शिकायतें आ रही थीं। इसको देखते हुए डीएम चंद्र विजय सिंह ने जिले के सभी राशन कार्डो का सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे।
इसके लिए जून में 857 टीमें बनाई गई थीं। इनमें आंगनबाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत सचिव, लेखपाल और नगर निकायों के कर्मचारी लगाए गए थे। सत्यापन जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन यह अब तक पूरा नहीं हो सका है। अधिकारी और सत्यापन में लगे कर्मचारी कभी कोरोना और कभी चुनाव का बहाना बनाकर अपात्रों को राशन लेने का मौका दे रहे हैं।
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ये है स्थिति:
-859 राशन की दुकानें हैं जिले में
-12 हजार अपात्र राशन कार्ड मिले सात अक्टूबर तक
-40 हजार लोग गलत तरीके से ले रहे थे राशन
-857 टीमें लगी हैं सत्यापन में
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- सत्यापन का ज्यादातर काम पूरा हो गया है। बचा हुआ काम भी जल्द पूरा कराया जाएगा। अपात्र पाए गए लोगों के राशन कार्ड और यूनिट काटी जा रही हैं। -राजेश कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी