रुलाने लगी प्याज, हरी सब्जियों के भी बढ़े भाव
बारिश के मौसम में आया उछाल थाली से गायब हुईं सब्जियां15 दिनों में दोगुना तक बढ़े दाम अभी घटने की नहीं संभावना
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बारिश के इस मौसम में सब्जियों के दाम में महंगाई का ऐसा तड़का लगा है, जिसने सभी का जायका बिगाड़ दिया है। खास तौर पर हरी सब्जियों के भाव दोगुना तक बढ़ गए हैं। गरीबों के लिए प्याज से रोटी खाना भी मुश्किल हो गया है।
जुलाई से शुरू हुए बरसात के मौसम में सब्जियों का भाव लगातार बढ़ रहा है, लेकिन पिछले 15 दिनों में कीमत में काफी उछाल आया है। कई सब्जियां तो दुकानदारों ने बेचना बंद कर दी हैं। लौकी और भिंडी को छोड़ दें तो किसी भी हरी सब्जी के दाम 40 रुपये प्रति किलो से कम नहीं है। ग्राहक भाव पूछकर ही आगे बढ़ जाते हैं। सबसे अधिक समस्या प्याज ने खड़ी कर दी है। बाजार में अच्छी क्वालिटी की प्याज 60 से 70 रुपये किलो बिक रही है। वहीं दूसरे दर्जे की प्याज का भाव भी 40 से 45 रुपये है। इससे दूसरी सब्जी और दाल में प्याज का तड़का लगाना और सलाद के रूप में इस्तेमाल करना सबके बस की बात नहीं रह गया है। इस कारण लोगों का जायका बिगड़ गया है।