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खाद्य विभाग की टीम ने झपारा में पकड़ा सिंथेटिक दूध का कारोबार

खाद्य विभाग की टीम ने बुधवार को जसराना के गांव झपारा स्थित दुग्ध केंद्र पर छापा मारा। यहां सिंथेटिक दूध बनाया जा रहा था। दूध का सैंपल लिया है। इसके अलावा मौके से मशीन और लिक्विड डिटर्जेट कब्जे में लेते हुए मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Nov 2018 11:09 PM (IST)Updated: Wed, 28 Nov 2018 11:09 PM (IST)
खाद्य विभाग की टीम ने झपारा में पकड़ा सिंथेटिक दूध का कारोबार
खाद्य विभाग की टीम ने झपारा में पकड़ा सिंथेटिक दूध का कारोबार

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जसराना के गांव झपारा में ¨सथेटिक दूध बनाने के कारोबार का राजफाश हुआ है। विभागीय टीम ने कार्रवाई करते हुए संबंधित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है।

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खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिला अभिहित अधिकारी एसएसएच आबिदी के निर्देश पर झपारा स्थित राहुल यादव पुत्र ज्ञानेंद्र सिंह के दुग्ध संग्रह एवं विक्रय केंद्र पर टीम पहुंची। यहां ¨सथेटिक दूध बनता मिला। गाय, भैंस के दूध से क्रीम निकाल कर उसमें रिफाइंड, मिल्क पाउडर, लिक्विड ईजी, सॉर्बिटॉल सोल्यूशन और पानी मिलाकर दूध तैयार किया जा रहा था। मौके से ईजी की चार खाली बोतलें, रिफाइंड के छह खाली रेपर और मिक्सर मशीन को जब्त कर पुलिस के सुपुर्द किया गया है।

वहीं 300 किलोग्राम सॉर्बिटोल सोल्यूशन को सीज किया है। सॉर्बिटोल का ¨सथेटिक दूध बनाने में क्या उपयोग है, की अधिकारी जांच कर रहे हैं। इनका सैंपल भी लिया गया है।

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गाढ़ा करने को प्रयोग होता है सॉर्बिटोल

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीएस कुशवाहा ने आशंका जताते हुए बताया कि सॉर्बिटॉल का उपयोग दूध में गाढ़ापन लाने के लिए किया जाता है। यह केमिकल साबुन बनाने के काम में उपयोग किया जाता है। इसे कई बार लैब भी नहीं पकड़ पाती।


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