योजनाओं की बारिश में भी सूखा रहा एक आंगन
सरकार जरूरमंदों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की बारिश कर रही है। मगर एक आंगन ऐसा है, जो सूना रहा। आवास योजना के लिए आवेदन किया, लेकिन उसे लाभ नहीं मिल सका।
संवाद सहयोगी, नारखी: सरकार जरूरमंदों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की बारिश कर रही है। मगर, एक आंगन ऐसा भी है जहां पर इस बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी। पक्का आवास न होने से गरीब को अपनी दो बेटियों को रिश्तेदारी में भेजना पड़ा है, नेत्रों से दिव्यांग बेटे को शौच के लिए खुले में ले जाना पड़ता है।
सरकारी योजनाओं के लिए ये आइना है नारखी की ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर डोरसा के गांव राजपुर का। झोपड़ी में रह रहे सत्यपाल के पास राशन कार्ड तक नहीं है। आवास के लिए ग्राम पंचायत सचिव से पुकार की। डीएम से गुहार की। मगर, सब व्यर्थ।
ये हैं विषम हालात
मजदूर सत्यपाल का बड़ा बेटा भी आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ अब मजदूरी करने लगा है। बड़ी बेटी नीरज को मलखेड़ा फर्रुखाबाद में उसकी बुआ तो छोटी मोहिनी को उसकी ननिहाल अखईपुर हाथरस में भेज दिया।
'प्रधान द्वारा जो सूची दी गई थी, उसके आधार पर पात्रों का चयन हुआ है। हम अगली सूची में इनका नाम शामिल करेंगे।'
-राजेश कुमार
ग्राम पंचायत सचिव
'ग्राम पंचायत क्षेत्र में सात गांव हैं। अगली सूची में सत्यपाल के नाम को शामिल कर शौचालय भी बनवा देंगे।'
-चंद्रशेखर
प्रधान
मोहम्मदपुर डोरसा
' यदि किसी ने जानबूझकर बाधा पहुंचाई होगी तो कार्रवाई होगी। पीड़ित परिवार जिन-जिन योजनाओं के लिए पात्र होगा, उन सभी का लाभ उसे दिलाया जाएगा।'
-नेहा जैन
मुख्य विकास अधिकारी
--आंकड़े एक नजर में--
* 15 पात्रों का आवास के लिए चयन।
* 205 शौचालयों के लिए धन स्वीकृत।
* 65 शौचालय के लिए पात्रों की सूची तैयार।