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अस्पताल में ठंड से ठिठुरे मरीज, घर से मंगा रहे रजाई

फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। जिला अस्पताल में ठंड में मरीज ठिठुर रहे हैं। मरीजों को एक कंबल उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन उससे ठंड नहीं रुक रही। सीएमएस ने जल्द उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 11:41 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 11:41 PM (IST)
अस्पताल में ठंड से ठिठुरे मरीज, घर से मंगा रहे रजाई
अस्पताल में ठंड से ठिठुरे मरीज, घर से मंगा रहे रजाई

मामला:एक

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जिला अस्पताल के वृद्धजन वार्ड में शिकोहाबाद के आवास विकास कॉलोनी निवासी कनीज बेगम दो दिन से भर्ती हैं। पहले इन्हें सरकारी ट्रॉमा सेंटर पर भर्ती कराया गया था। वहां से वार्ड में भेजा गया। परिजनों के अनुसार, ट्रॉमा सेंटर में कंबल नहीं मिला, जबकि यहां केवल एक कंबल मिला है। इसमें ठंड से राहत न मिलने पर घर से रजाई मगानी पड़ी है।

मामला दो: पचवान निवासी शारदा देवी भी जिला अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें भी सिर्फ एक कंबल मिला है। उन्होंने दूसरा कंबल मांगा, मगर नहीं मिला। ऐसे में उन्हें भी घर से कंबल और रजाई मंगानी पड़ी।

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सर्द मौसम में जिला अस्पताल में भर्ती रोगियों को ठंड से बचाने का उपाय नाकाफी हैं। कंबलों की कमी के कारण अधिकतर रोगियों को एक-एक कंबल ही दिया जाता है। इससे मरीज ठंड में ठिठुर रहे हैं। ऐसे में मरीजों को घरों से रजाई मगानी पड़ रही हैं।

जिला अस्पताल में 272 बेड और कंबल 373 हैं। इनमें से कई कंबल स्वास्थ्य कर्मियों के कब्जे में रहते हैं। वहीं 40 से 50 कंबल धुलाई व सफाई के लिए चले जाते हैं। ये इतने मोटे भी नहीं हैं कि एक सामान्य व्यक्ति को ठंड से बचा सकें, मरीजों का तो इनसे कोई भला नहीं होता।

अस्पताल परिसर में अलाव का इंतजाम नहीं: जिला अस्पताल हो या महिला चिकित्सालय या फिर सरकारी ट्रॉमा सेंटर, इनमें कहीं भी तीमारदारों को राहत देने के लिए अलाव की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में कई परिजन रोगी की रजाई या कंबल का ही सहारा लेने को विवश होते हैं।

जिस रोगी को आवश्यकता होती है, उसे दो कंबल अस्पताल में मिल जाते हैं। अभी और कंबल मंगाए गए हैं। -डॉ. आरके पांडेय, सीएमएस

जिला अस्पताल।


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