कयामत में कुरान करेगा बंदे की सिफारिश
इसका फायदा हमें अभी भले ही नजर नहीं आए लेकिन उस दिन जब कयामत का मंजर होगा। घबराहट का आलम होगा कोई किसी की मदद न कर रहा होगा। उस व़क्त ये कुरान एक खूबसूरत नौजवान की शक्ल में रब के सामने हाजिर होकर अपने पढ़ने वाले की सिफारिश करेगा। रब से गुजारिश करेगा इसलिये हमें चाहिए कि कुछ दिन रह गए हैं। इसमें जितनी ज्यादा हो सके रब की इबादत और कुरान की तिलावत कर लें। ऐसा कोई काम न करें जिससे अल्ला नाराज हो। गरीबों की सेवा करें। जितनी हो सके उनकी मदद करें।
रमजान के महीने में ही अल्लाह ने कुरान को अपने नबी पर उतारना शुरू किया। इसलिए इस महीने में कुरान शरीफ को ज्यादा से ज्यादा पढ़ा जाना चाहिए। आम दिनों में नेक काम करने पर एक नेकी मिलती है, लेकिन रमजान में 70 गुना नेकी मिलती है। यहां ये भी याद रहे कि अगर नेक काम पर सवाब बढ़ रहा है तो गुनाह करने पर सजा भी इतनी ही ज्यादा है। रमजान में जितना हो सेक उतनी ज्यादा कुरान शरीफ की तिलावत करें। यह एक ऐसी तिजारत है जिस में नुकसान का कोई लेना देना नहीं है। इसका फायदे अभी भले ही नजर नहीं आए, लेकिन उस दिन जब कयामत का मंजर होगा। घबराहट का आलम होगा कोई किसी की मदद न कर रहा होगा। उस वक्त ये कुरान एक खूबसूरत नौजवान की शक्ल में रब के सामने हाजिर होकर अपने पढ़ने वाले की सिफारिश करेगा। रब से गुजारिश करेगा इसलिये हमें चाहिए कि कुछ दिन रह गए हैं। इसमें जितनी ज्यादा हो सके रब की इबादत और कुरान की तिलावत कर लें। ऐसा कोई काम न करें, जिससे अल्ला नाराज हो। गरीबों की सेवा करें। जितनी हो सके उनकी मदद करें।
-मौलाना शफी कासमी, फीरोजाबाद