बैंक और उसके आसपास रहते थे लुटेरों के साथी
जसराना के एनकाउंटर में हत्थे चढ़े शातिर लुटेरों ने पूरी योजना बनाई थी। उनके साथी बैंकों के अंदर और आसपास रहकर कैश लेकर जाने वालों की जानकारी लुटेरों को देते थे। इसके बाद लुटेरे वारदात को अंजाम देते थे।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जसराना के एनकाउंटर में हत्थे चढ़े शातिर लुटेरों ने पूरी योजना के तहत लूट की वारदातों को अंजाम दिया। एक साथी अलग-अलग बैंकों में घूमकर शिकार की तलाश करता और फिर सूचना दे देता। हाई स्पीड बाइक पर दौड़ते भोले-भाले ग्रामीणों के थैले में रखे पैसे लूटकर भाग निकले। एटा के छछैना गांव के शातिर सोमवार सुबह से वारदात पर निकले थे। रवि नाम का शातिर बैंक में घूमकर भोले-भाले ग्रामीणों को देखता था। इसके बाद उनके बाहर निकलते ही बाइक सवार बदमाश पीछे लग जाते। छह घंटे के अंतराल में तीन वारदातों को एक ही तरह से उस समय अंजाम दिया गया था जब बैंक से पैसे ले जाने वालों के आसपास ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी। पहले 75 साल की महिला से लूट की और इसके बाद दो घटनाएं जसरना के गांव में अंजाम दी गईं। एसपी ग्रामीण महेंद्र ¨सह का कहना है कि बदमाशों के बारे में एटा पुलिस से संपर्क किया जा रहा है।
वारदात एक- 12 बजे
जसराना के गांव घाघऊ निवासी अनार देवी (70) अपने पुत्र रमेश और पौत्र के साथ शिकोहाबाद स्थित पीएनबी से 50 हजार रुपये निकाल कर घर जा रही थी। मैनपुरी चौराहे के समीप एक ट्रैक्टर एजेंसी पर वृद्धा को पुत्र ने बैठा दिया और पीने के लिए पानी लेने चला गया। इसी दौरान पीछे से आए बाइक सवार दो युवकों ने वृद्धा के हाथ से थैला छीन कर एटा चौराहे की तरफ भाग गए।
वारदात दो- दो बजे--जसराना के गांव उतरारा निवासी राजेश कुमार शिकोहाबाद के पीएबी से 50 हजार रुपये लेकर निकले थे। बस से उतरने के बाद वे गांव पैदल जा रहे थे। रास्ते में बाइक सवारों ने झपट्टा मारकर थैला लूटा और भाग निकले।
वारदात तीन- चार बजे--जसराना के खेरिया अहमद निवासी हरिमोहन एसबीआइ से 42 हजार रुपये निकालकर गांव जा रहे थे। रास्ते में बदमाशों ने कैश लूट लिया और भाग गए। शोर सुनकर ग्रामीण जुटे। तभी एसपी ग्रामीण पहुंच गए।