महाबोधि एक्सप्रेस से बिहार जा रही प्रसूता ने जन्मी बच्ची, छाई खुशियां
बुधवार दोपहर पति के साथ नई दिल्ली से बिहार जा रही महिला ने प्रसूता को हाथरस निकलने के साथ ही पीड़ा होने लगी। नॉन स्टॉपेज ट्रेन को टूंडला स्टेशन पर रोका, लेकिन उससे पहले ही महिला ने बच्ची को जन्म दिया।
संवाद सहयोगी, टूंडला: बुधवार दोपहर पति के साथ नई दिल्ली से बिहार जा रही महिला ने चलती ट्रेन में बच्ची को जन्म दिया। महिलाओं ने कोच में ही प्रसव कराया। नॉन स्टॉप ट्रेन को टूंडला पर रोककर जच्चा-बच्चा को उपचार के लिए उतारा गया।
बिहार के पटना निवासी श्रीराम यादव दिल्ली में प्राइवेट फर्म में नौकरी करते हैं। 22 वर्षीय गर्भवती पत्नी पूजा की डिलीवरी के लिए महाबोधि एक्सप्रेस से पटना जा रहे थे। स्लीपर कोच संख्या एस-3 के सीट संख्या 70 व 72 पर दोनों यात्रा कर रहे थे। ट्रेन के हाथरस रेलवे स्टेशन से निकलते ही पूजा को प्रसव पीड़ा शुरु हो गई। पति ने कोच में चल रहे टिकट निरीक्षक मनीषपाल से प्राथमिक उपचार की मांग की। पूरे मामले से नियंत्रण कक्ष को अवगत कराते हुए टूंडला पर चिकित्सक की मांगा गया, लेकिन ट्रेन के टूंडला पहुंचने से पहले ही पूजा की हालत बिगड़ने लगी। कोच में यात्रा कर रही अन्य महिलाओं ने चलती ट्रेन में ही प्रसव कराया। पूजा ने एक बच्ची को जन्म दिया। पहली संतान के रूप में बच्ची को देख पूजा भी अपना दर्द भूल गई। नॉन स्टॉप ट्रेन को टूंडला स्टेशन पर रोककर जच्चा-बच्चा को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटनाक्रम में ट्रेन पांच मिनट खड़ी रही। कुछ घंटे के उपचार के बाद दंपती को बच्ची सहित दूसरी ट्रेन से रवाना कर दिया।
सबसे बड़ी खुशी मिली: श्रीराम: ट्रेन में पत्नी की प्रसव पीड़ा से श्रीराम के पसीने छूट गए। महिला सहयात्रियों के सहयोग से बच्ची पैदा हो गई और जब रेलवे अस्पताल से दोनों को स्वस्थ बताया गया तो वह खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। श्रीराम का कहना था ट्रेन कि में मिली सौगात मेरे लिए अनमोल है। पति ने बताया कि वह पहली संतान के जन्म को पत्नी के साथ गांव जा रहे थे। दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं।