टक्कर के बाद 2KM तक घसीटता ले गया टैंकर, 5 मिनट तक आंखों के सामने मौत का मंजर, फरिश्ता बनकर पहुंचे PRV जवान
Firozabad News हड कांस्टेबल अमित बोले एक किमी और जाती तो पलट जारी कार। हूटर बजाते हुए कांस्टेबल चालक ने दौड़ाई गाड़ी गजेंद्र ने दबोचा ड्राइवर। युवकों की जिंदगी बचाने वाले पीआरवी के जवानों का दिया धन्यवाद।
फिरोजाबाद, जागरण टीम। गुरुवार रात साढ़े नौ बजे, हजरतपुर के पास हुई घटना ने पुलिस के रोंगटे खड़े कर दिए। आगे जा रही कार को टैंकर ने पीछे से टक्कर मारी। कार टैंकर के अगले हिस्से में फंस गई और टैंकर चालक दो किमी तक कार को घसीटता गया। कार सवार चार युवक मदद के लिए चीख रहे थे और चालक टैंकर दौड़ाता जा रहा था। इसी बीच पीआरवी की नजर पड़ी तो एक किमी तक पीछा करके टैंकर को रुकवा लिया। कार में फंसे चारों युवकों को गंभीर चोटें नहीं आई हैं।
पांच मिनट तक आंखों के सामने नाच रही थी मौत
टैंकर की टक्कर के बाद कार में फंसे वाहन खरीद फरोख्त करने वाले कछवाई निवासी सुरजीत ने बताया कि हमारी कार सामान्य गति से चल रही थी। अचानक पीछे से टैंकर ने टक्कर मारी तो तेजी से झटका लगा। हम कुछ समझ पाते उससे पहले अचानक कार की स्पीड बढ़ गई। कार का पिछला हिस्सा टैंकर में फंसा था और टैंकर तेजी से दौड़ रहा था। पांच मिनट के लिए लगा कि अब कोई नहीं बचेगा। सामने मौत नजर आ रही थी और हम चिल्ला रहे थे।
मैं स्टेयरिंग को मजबूती से पकड़े रहा। तभी पीछे से पुलिस की गाड़ी दिखी। दो किमी बाद पुलिस ने गाड़ी रुकवा दी। पीआरवी के हैड कांस्टेबिल गजेंद्र सिंह, कांस्टेबिल अमित कुमार और चालक पुष्पेंद्र को हमने धन्यवाद दिया। ईश्वर की कृपा रही कि किसी को चोट नहीं आई।
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पीआरवी के जवान प्वाइंट पर खड़े थे
हम गढ़ी जाफर स्थित एसआर पेट्रोल पंप के पास सड़क किनारे प्वाइंट पर पीआरवी के साथ खड़े थे। दोनों तरफ सन्नाटा था, इक्का-दुक्का वाहन आ-जा रहे थे। इसी बीच हमें चीखें सुनाई दीं। कुछ समझते उससे पहले कार को घसीटता हुए टैंकर तेजी से निकला और हमने गाड़ी दौड़ा दी। कार सवार चार युवकों के लिए देवदूत बनकर आए पीआरवी नंबर 0655 पर तैनात हैड कांस्टेबल अमित दीक्षित ने जागरण से बातचीत में बताया कि जैसे ही कार और उसके पीछे टैंकर देखा। हम अलर्ट हो गए।
हाथ देकर टैंकर को रोका लेकिन, नहीं रुका
कार में सवार चार युवक चीख रहे थे। हाथ देकर टैंकर को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुका। इसके बाद ड्राइवर पुष्पेंद्र ने हूटर बजाते हुए गाड़ी दौड़ा दी। टैंकर के बगल में पहुंचकर ड्राइवर को ललकारा। इसके बाद उसने ब्रेक लगा दिए और कूदकर भागने लगा। साथी हैड कांस्टेबल गजेंद्र ने उसे दबोच लिया। इसके बाद हमने चारों युवकों को बाहर निकाला। चारों को कोई ज्यादा चोट नहीं थी, लेकिन वे दहशत में थे। लगभग दो किमी तक घसीटी गई कार के टायर फट चुके थे, यदि कार थोड़ी आगे और जाती तो पलट सकती थी। तीनों जवानों का कहना है कि हमने अपनी ड्यूटी निभाई और भगवान ने चार युवकों पर कृपा की।
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