धुएं में घुट रहा दम, बीमार हो रहे लोग
धुएं में घुट रहा दम बीमार हो रहे लोग
जागरण संवाददाता,फीरोजाबाद: गांव कुतकपुर चनौरा व आसपास के ग्रामीणों के लिए नगर निगम का अस्थाई खत्ताघर बढ़ी मुसीबत बना हुआ है। यहां शाम होते ही खत्ताघर सुलगना शुरू हो जाता है। यहां से उठते धुएं के गुबार में लोगों का दम घुट रहा है। उन्हें गंभीर बीमारियों का खतरा लग रहा है।
कोटला रोड स्थित कुतकपुर चनौरा में नगर निगम द्वारा अस्थाई खत्ताघर बनाया गया है। यहां हर रोज 100-150 वाहन कूड़ा डंप किया जाता है। शहर से प्रतिदिन करीब 300 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है, जिससे कर्मचारियों द्वारा वाहनों के माध्यम से डंपिग साइट पर डाला जा रहा है। कूड़े के ढेर से उठती दुर्गंध के कारण कुतकपुर चनौरा, हिम्मतपुर, नगला पानसहाय व रैपुरा गांव के हजारों ग्रामीणों का दिन का चैन व रात की नींद उड़ा दी है। दुर्गंध के साथ रात में कूड़ा जलना लोगों के लिए बड़ी समस्या बना हुआ है। उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है। खत्ताघर में कूड़ा जलाने को लेकर ग्रामीण कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं। जिला प्रशासन से भी कई बार लिखित शिकायत की गई, लेकिन उसका भी कोई परिणाम नहीं निकला। साल भर से शासन में अटका प्रस्ताव केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता पर विशेष जोर दिया है। स्वच्छता के प्रति जागरूक करने को हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण भी कराया जा रहा है। वहीं नगर निगम द्वारा साल भर पहले डंपिग साइड पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की स्थापना को भेजे गए 36 करोड़ के प्रस्ताव को अब तक स्वीकृत नहीं मिली है। - नगर निगम कर्मचारी दिन भर शहर का कूड़ा लाकर यहां डालते हैं, फिर शाम होते ही उसमें आग लगा दी जाती है। घंटों तक कूड़ा जलने से घर के अंदर भी सांस लेना मुश्किल होता है। -सत्य प्रकाश, क्षेत्रीय निवासी - शाम को कूड़ा जलने के कारण खाना-पीना भी मुश्किल हो जाता है। धुंए के कारण रात में सो भी नहीं पाते हैं। नगर निगम की लापरवाही से तमाम लोग सांस की बीमारी का शिकार हो चुके हैं।
- सुनीता, क्षेत्रीय निवासी
-कूड़ा जलाने पर पूरी तरह रोक लगी हुई है। चनौरा में शाम को कूड़ा जलाने से संबंधित कोई शिकायत है, तो मामले की जानकारी की जाएगी। कोई कर्मचारी अथवा बाहरी व्यक्ति कूड़ा जलाते मिलेगा, तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी।
- दलवीर सिंह, जेडएसओ