आपदा में गायब हुई संगठनों की समाज सेवा
आपदा में गायब हुई संगठनों की समाज सेवा
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जिले में कई सामाजिक संगठन हैं जो धार्मिक एवं सामाजिक गतिविधियां करते हैं, लेकिन कोरोना वायरस जैसी राष्ट्रीय आपदा में जब उनकी वास्तविक जरूरत थी, तब वे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। कुछ संगठन हर साल बड़े बड़े धार्मिक आयोजन और मेले आयोजित कराते थे, लेकिन अब गुमनाम से हो गए हैं। वहीं कुछ संगठन और समाजसेवी खुद को खतरे में डाल कर लोगों की मदद में जुटे हैं।
राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय नेताओं के जन्मदिन पर रक्तदान और फलदान करने वाले आजकल कम ही नजर आ रहे हैं। वे सामाजिक संगठन भी कहीं नजर नहीं आ रहे जो सर्दियों में चंद लोगों को चाय बांटकर फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करते थे। वहीं कुछ लोग हैं जिन्होंने गरीब की भूख मिटाने को इस आपदा में संगठन बनाया। ये अब भी निरंतर सेवा में जुटे हैं। ये न दिन देख रहे हैं और न रात कोई सुबह से दोपहर तक खाना तैयार करने के बाद शाम होते ही बांटने निकल जाता है तो कोई भोर होने से पहले जागकर बनवाने जुट जाता है और दोपहर तक खाना बांटता है। सरकारी अन्नपूर्णा रसोई भी ऐसे ही समाजसेवियों के दम पर चल रही है जो पहले से ऐसा कोई संगठन नहीं चला रहे थे। रसोई संचालक किशन यादव ने बताया कि लोगों की मदद से प्रतिदिन 150 लोगों को पका भोजन और 40-50 लोगों को आटा, सब्जी आदि का वितरण एक अप्रैल से लगातार किया जा रहा है।
राशन के साथ रक्तदान भी कर रहे ये युवा
लॉकडाउन लगने के दो तीन बाद ही शहर के युवाओं ने गरीबों की फिक्र करना शुरू कर दी। एसए ब्लड डोनेशन क्लब और रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारियों ने पका हुआ भोजन गरीबों में वितरित करना शुरू कर दिया। दोनों संगठन मिलकर अब भी प्रतिदिन 200 से 250 लोगों को खाना बांटते हैं। 10 से 15 परिवारों को कच्चा राशन भी देते हैं। इतना ही नहीं इस संगठन से जुड़े लोग अब तक 60 यूनिट ब्लड दान कर सकते हैं। जिनको रक्तदान किया गया उनमें 10 गर्भवती महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। ऐसी आपदा में कोई खून की कमी से न मरे इसके लिए आठ मई को रक्तदान शिविर लगवाया। इसमें 10 लोगों ने रक्तदान किया। वहीं 50 दानदाताओं का पंजीकरण किया गया। जो जरूरत पड़ने पर मरीज तक पहुंच जाते हैं। बद्री विशाल माथुर, विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ, अमित गुप्ता, हेमंत गुप्ता, संजय कुशवाहा, रीतेश आर्य, मोहित गुप्ता, राहुल कुमार, विष्णु गुप्ता, प्रवीन शर्मा आदि मदद कर रहे हैं। -घर घर राशन पहुंचा रहा एमएस वीवा चैरिटेबल ट्रस्ट
गरीब परिवारों को एमएस वीवा एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट पिछले एक महीने से भोजन सामग्री पहुंचा रहा है। संचालिका नंदिनी यादव ने बताया कि ट्रस्ट की तरफ से प्रतिदिन औसतन 40 परिवारों को आटा, चावल, सब्जी, मसाले आदि का वितरण किया जाता है। इसमें पावन शर्मा, देश दीपक, राहुल शर्मा, विश्वदीप सिंह, जितेंद्र सिंह, अभय यादव, धर्मेंद्र कुमार, गौरव कुशवाहा आदि सहयोग कर रहे हैं। कई संगठनों ने दिखाई दरियादिली शिकोहाबाद के रोटी बैंक समेत कई संगठनों ने दरियादिली दिखाई। लॉकडाउन के पहले दिन से लेकर अब तक गरीबों को घर जाकर खाद्य सामग्री दी। वहीं शहर में भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष कन्हैयालाल गुप्ता, उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महानगर अध्यक्ष अंबेश शर्मा भी राहत सामग्री वितरित करा रहे हैं। भारत विकास परिषद की मुख्य शाखा के अध्यक्ष आलिद अग्रवाल ने बताया कि उनका संगठन एक हजार लोगों को आटा, तेल और नमक की थैली और पांच सौ से ज्यादा को पका हुआ भोजन वितरित कर चुका है।