प्राइवेट सबमर्सिबल से पानी खरीद रही जनता
फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। नगर निगम प्रशासन द्वारा भले गली- मुहल्लों में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है लेकिन कश्मीरी गेट में तो चारों तरफ गंदगी का आलम है। वार्ड में पेयजल का आज भी गंभीर संकट बना हुआ है। कई गलियों में क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों से दूषित पानी पहुंच रहा है।
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। नगर निगम प्रशासन द्वारा भले गली- मुहल्लों में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन कश्मीरी गेट में तो चारों तरफ गंदगी का आलम है। वार्ड में पेयजल का आज भी गंभीर संकट बना हुआ है। कई गलियों में क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों से दूषित पानी पहुंच रहा है।
जागरण आपके द्वार अभियान के तहत टीम मंगलवार को वार्ड 59 के कश्मीरी गेट क्षेत्र में पहुंची। यहां गलियों में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए थे। क्षेत्रीय जनता ने बताया कि यहां सफाई कर्मचारी कई दिनों बाद आते हैं। इस कारण यहां गलियों गंदगी रहती है। ज्यादा गंदगी होने पर खुद ही सफाई करनी पड़ती है। यहां नालियां तक साफ नहीं होती हैं। खाली प्लॉटों में महीनों से गंदगी के ढेर लगे हैं, जिससे तीव्र दुर्गंध उठती है। गंदगी के कारण यहां लोग बीमार हो रहे हैं। नूर नगर क्षेत्र में जगह-जगह प्राइवेट सबमर्सिबल के लंबे-लंबे पाइप नजर आए। लोगों का कहना था कि यहां पूरे क्षेत्र में गंगाजल नहीं आता है। इस कारण हमें प्राइवेट सबमर्सिबल से ही पानी खरीदना पड़ता है। कोहिनूर रोड, नूरी मस्जिद, मोहम्मदी मस्जिद वाली गलियों में अधिकांश पोलों पर एलइडी लाइट तक नहीं लगी थीं। वार्ड पर एक नजर.
आबादी: 20 से 25 हजार।
समस्याएं: कच्ची गलियां में जलभराव, गंगाजल का संकट, सफाई कर्मचारियों की कमी, एलइडी लाइट की समस्या।
मुहल्ला: नूर नगर, कश्मीरी गेट, नूरी मस्जिद, साठ फुटा रोड, मोहम्मदी मस्जिद। - मुहल्ले में सफाई व्यवस्था के लिए कोई कर्मचारी नहीं आता। यहां महीनों तक गलियां में गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। नालियां की सफाई नहीं हो पा रही। खाली प्लॉटों में गंदगी के ढेर से दुर्गंध उठती है, जिससे सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।
- नदीम - कश्मीरी गेट में सालों बाद भी कच्ची गलियां पड़ी हैं। यहां बरसात के दिनों में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। नमाजियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
- जीशान - पूरे क्षेत्र में सालों से पानी का गंभीर संकट है। नगर निगम में कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक गंगाजल की आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। क्षेत्र में लगे प्राइवेट सबमर्सिबल से हर महीने 300-400 रुपये देकर मोल पानी खरीदना पड़ रहा है।
- नूरबानो - मुहल्ले में एक-दो पोल पर ही अब तक एलइडी लाइट लगी सकी हैं। यहां अधिकांश पोल खाली पड़े हैं, जिससे शाम होते ही गलियां अंधेरे में डूब जाती हैं। लाइट लगाने के लिए कई बार कंट्रोल रूम में शिकायत कर चुके हैं।
-इरफान
नूर बानो वार्ड की आबादी के मानकों के अनुरुप तीस सफाई कर्मी होना चाहिए, मगर केवल 15 सफाई कर्मचारी हैं। वह भी मनमाने रूप से कार्य करते हैं। बोर्ड बैठक में भी कर्मचारी बढ़ाने का मुद्दा उठाया गया है। वार्ड में पेयजल की गंभीर समस्या है। पाइप लाइन न डलने के कारण कई गलियों में गंगाजल की आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। सफाई व पेयजल व्यवस्था के संबंध में कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी कोरे आश्वासन देकर टहला देते हैं।
- मुहम्मद इसरार, पार्षद