लॉकडाउन में दवाओं की बिक्री हुई डाउन
लॉकडाउन में दवाओं की बिक्री हुई डाउन
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: लॉकडाउन के इस दौर में दवाओं की बिक्री भी डाउन हो गई है। सर्जिकल दवाओं और उपकरणों की खपत में 60 फीसद तक गिरावट आई है। वहीं पेट दर्द, बदन दर्द, डायरिया, लीवर, मलेरिया, पीलिया जैसी बीमारियों से जुड़ी दवाईयों की बिक्री में भी काफी कमी दर्ज की जा रही है। इसके कई कारण बताए जा रहे हैं।
25 मार्च से लॉकडाउन शुरू होने के बाद सभी तरह की दुकानें बंद करा दी गईं। यहां तक की किराना स्टोर भी कई दिनों तक बंद रहे। शहर में अब भी सिर्फ होम डिलेवरी से जरूरी सामान की बिक्री हो रही है, लेकिन मेडिकल स्टोर लगातार खुल रहे हैं। शुरूआत में आगरा आने जाने में दिक्कत होने से दवाओं की कुछ दिन कमी रही, लेकिन अब हालात सामान्य हो गए हैं। इसके बाद दवा की बिक्री गिर रही है। आम लोगों का कहना है कि इन दिनों सरकारी अस्पताल से लेकर प्राइवेट चिकित्सकों तक के क्लीनिक और हॉस्पीटल बंद हैं।
जो खुले हैं उनमें भी केवल इमरजेंसी सेवाएं ही दी जा रही हैं। जब डॉक्टर सामान्य मरीजों को देख ही नहीं रहे तो दवा की बिक्री भी नहीं हो रही। सामान्य बीमारियां या तो समय के साथ खत्म हो रही हैं या लोग उनका घरेलु उपचार कर रहे हैं। जब गंभीर रूप ले लेती है तो इमरजेंसी में दवाएं दी जाती हैं। वहीं चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों का कहना है कि इन दिनों यातायात के सभी साधन बंद हैं, इसलिए सड़क हादसों में 90 फीसद तक कमी हुई है। अन्य तरह की दुर्घटनाएं भी कम हो रही हैं। वातावरण शुद्ध होने और कोरोना के चलते लोगों द्वारा स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने से बीमारियां भी कम हो रही हैं। -45 फीसद तक हुई गिरावट
दि कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन फीरोजाबाद के अध्यक्ष विजेंद्र यादव का कहना है कि लॉकडाउन में दवाओं की बिक्री में 40-45 फीसद तक गिरावट हुई है। आम दिनों में जिले में प्रतिदिन 70-80 लाख की दवाएं औसतन बिकती थीं, लेकिन इन दिनों लोग भीषण गर्मी के बाबजूद ग्लूकोज तक नहीं खरीद रहे हैं।
-सप्लाई मिलने में भी हो रही दिक्कत
सेवार्थ संस्थान द्वारा संचालिट ट्रामा सेंटर के अध्यक्ष पीके झिदल का कहना है कि क्लीनिक और हॉस्पीटल बंद रहने का असर तो दवाओं की बिक्री पर है ही, दवाओं की आपूर्ति ठीक से न मिल पाना भी एक कारण रहा। फीरोजाबाद में अधिकांश दवाएं आगरा से आती हैं। वहां प्रशासन ने ज्याद सख्ती बरती। वहां के कुछ होल सेलर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से दवाएं नहीं मिल पाईं।
-1250 मेडिकल स्टोर हैं जिले में
-470 थोक की दुकाने हैं
-250 से 300 करोड़ है जिले में दवा का वार्षिक कारोबार