मनरेगा कार्य न कराने पर 55 सचिवों का वेतन रोका
मनरेगा कार्य न कराने पर 55 सचिवों का वेतन रोका
फीरोजाबाद: लॉकडाउन के कारण एक तरफ बेरोजगारी के हालात हैं। परदेस से गांव लौटे प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी के साथ रोटी का संकट है। वहीं कुछ ग्राम पंचायत सचिव काम के अवसर होने के बाद भी प्रवासियों को रोजगार देने लापरवाही कर रहे हैं। वे अपने ग्राम पंचायतों में इस वित्तीय वर्ष में अब तक मनरेगा योजना से कोई काम शुरू नहीं करा सके हैं। शासन प्रशासन का पूरा जोर है कि प्रवासियों को उनके गांव में रोजगार दिया जाए। इसके लिए मनरेगा योजना में विशेष अभियान भी चल रहा है।प्रवासियों के जॉब कार्ड प्राथमिकता पर बनाए जा रहे हैं। ब्लॉक और जिलास्तर पर इसकी समीक्षा की जा रही है। इसके बाद भी जिले में 569 में से 95 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जिनमें अब तक कोई काम नहीं हुआ। सीडीओ नेहा जैन ने बुधवार को मनरेगा की वेबसाइट देखी तो पता चला कि इन पंचायतों में अब तक एक भी मानव दिवस सृजित नहीं किया गया है।जाहिर है कि इन पंचायतों में प्रवासियों को अब तक कोई काम नहीं मिला है।इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने इन पंचायतों से संबंधित 55 सचिवों का जून का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया है। -----सफाईकर्मी निलंबित, एडीओ को चेतावनी: डीपीआरओ नीरज कुमार सिन्हा ने बुधवार को खैरगढ़ ब्लॉक के गांव रीवा में अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कार्य देखा। इस दौरान ग्राम पंचायत ओढ़मपुर में सफाईकर्मी के सप्ताह में एक दिन आने की शिकायत की। गांव में गंदगी भी थी। इस लापरवाही के लिए सचिव को निलंबित किया गया है। वहीं एडीओ पंचायत को सफाई कार्य का पर्यवेक्षण ठीक से न करने के लिए चेतावनी दी गई है।