Move to Jagran APP

सोच पर ही निर्भर करता है सुख और दुख: अरविन्द जी महाराज

गांव हिम्मतपुर में हुआ एक दिवसीय सत्संग का आयोजनकथा वाचक ने कैंसर पीड़ित को दी आर्थिक मदद

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 10:12 PM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 06:21 AM (IST)
सोच पर ही निर्भर करता है सुख और दुख: अरविन्द जी महाराज
सोच पर ही निर्भर करता है सुख और दुख: अरविन्द जी महाराज

टूंडला (फीरोजाबाद): पचोखरा क्षेत्र के गांव हिम्मतपुर में एक दिवसीय सत्संग का आयोजन किया गया। विख्यात कथा वाचक अरविन्द महाराज ने कहा कि हर व्यक्ति दु:ख भोगता है या सुखी जीवन व्यतीत करना चाहता है। यह उसकी अपनी सोच पर निर्भर करता है। व्यक्ति का जैसा भाव होता है। वैसा ही उसका चिन्तन होता है । एक ही सीढ़ी से लोग ऊंचाई तय करते हैं तो कुछ ऊपर से नीचे आ जाते हैं। फर्क सिर्फ सोच का होता है वरना ऊपर और नीचे जाने की सीढ़ी तो एक ही है । उन्होंने कहा कि जन्म से पूर्व गर्भ मे शरीर धारण करने और मृत्यु के समय प्राण वायु से मुक्त होकर शरीर त्यागने का तरीका सबका एक जैसा ही होता है। परन्तु जीवन जीने का तरीका एक जैसा नही हो पाता है। माना जाता है कि संचित कर्म फल का भोग करने के लिये ही जन्म लेना पड़ता है। सबके संचित कर्म, फल, गुण, रूप, रंग व स्वभाव आदि से अलग-अलग हैं। इसलिये उनके भोग करने के तरीके भी अलग-अलग हैं। स्थूल से सूक्ष्म बनाने की क्रिया ही मृत्यु है। इस दौरान उन्होंने कैंसर से पीड़ित महेश उपाध्याय को ग्यारह हजार की आर्थिक मदद दी। इस दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने सत्संग का लाभ लिया।

prime article banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.