बारिश-ओलों से जसराना और टूंडला के गांवों में सर्वाधिक नुकसान
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। पिछले दिनों हुई बारिश व ओलावृष्टि से जसराना और टूंडला तहसील के 13 गांवों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। प्रशासन किसानों की सूची और वास्तविक नुकसान के आंकलन में जुटा गया है। सर्वे के बाद शासन को धनराशि की डिमांड भेजी जाएगी।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: पिछले दिनों हुई बारिश व ओलावृष्टि से जसराना और टूंडला तहसील के 13 गांवों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। प्रशासन किसानों की सूची और वास्तविक नुकसान के आंकलन में जुटा गया है। सर्वे के बाद शासन को धनराशि की डिमांड भेजी जाएगी।
इस साल जनवरी के अंतिम पखवाड़े एवं फरवरी की शुरूआत में कई बार बारिश हुई और ओले भी पड़े। इससे आलू व सरसों के साथ ही गेहूं की फसल में भी नुकसान हुआ। हालांकि प्रारंभिक सर्वे में केवल जसराना ने सात और टूंडला तहसील ने छह गांवों में अधिक नुकसान की रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद शासन ने प्रभावित किसानों का ब्यौरा मांगा है। इसके लिए तहसीलों को बुधवार तक का समय दिया गया है। फाइनल रिपोर्ट आने के बाद मुआवजे की मांग शासन से की जाएगी। सूची तैयार करने के लिए लेखपाल गांव-गांव जा रहे हैं। इन गांवों में हुआ नुकसान:
प्रशासनिक सर्वे में जसराना तहसील के गांव गदनपुर, रामपुर, गढ़ी, सोनई, कैलई, कोंडर, थरऊआ और टूंडला तहसील के रामपुर द्वितीय, ढकई राजमल, मिलिक, सिकंदरपुर रामगढ़, कुतकपुर रामगढ़ और ऐरई रामगढ़ की फसलों में नुकसान पाया गया है।
-------- बाक्स-रात में भी धरने पर बैठे रहे किसान:
हाईवे सिक्सलेन में मुआवजा के भुगतान में भेदभाव के विरोध में सोमवार से गांव चनौरा में किसान धरने पर बैठ गए हैं। ये रात में भी नहीं उठे। रजाई और कंबल मंगाकर वे धरना स्थल पर ही सोए। मंगलवार दोपहर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव विजेंद्र ¨सह टाइगर, जिलाध्यक्ष राजकुमार ¨सह और जिला उपाध्यक्ष राजकुमार ¨सह किसानों से मिलने पहुंचे। पीड़ित किसानों ने उन्हें बताया कि अधिकारी कोरे आश्वासन देते रहते हैं, इसलिए अब समस्याओं का निदान होने पर ही धरने से हटेंगे।