किसानों पर कुदरत का कहर
जेएनएन, फीरोजाबाद: बुधवार रात आंधी के बाद हुई तेज बारिश ने तबाही मचा दी। दर्जनों पेड़ और बिजली के प
जेएनएन, फीरोजाबाद: बुधवार रात आंधी के बाद हुई तेज बारिश ने तबाही मचा दी। दर्जनों पेड़ और बिजली के पोल उखड़ गए और आपूर्ति ठप हो गई। वहीं शहर में होर्डिग-बैनर के साथ-साथ कई घरों की टिन की छतें और छप्पर भी उड़ गए। कुदरत के इस कहर से फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई गई है।
मौसम कई दिनों से खराब चल रहा था। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में नौ से 11 अप्रैल तक ओलावृष्टि, अतिवृष्टि और आंधी की आशंका जताई थी। बुधवार की सुबह बारिश हल्की होने से किसानों ने राहत की सांस ली। दोपहर को तेज धूप खिली, लेकिन देर शाम मौसम फिर से खराब हो गया। सात बजे करीब तेज आंधी आई। शहर के साथ ही टूंडला, शिकोहाबाद और सिरसागंज में आंधी के कारण भगदड़ मच गई। खुद को बचाने के लिए लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ दौड़ पड़े, लेकिन मौसम और बिगड़ गया। 20-25 मिनट बाद ही तेज बारिश शुरू हो गई। हवा के साथ बारिश से तापमान गिर गया। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ। फसल को बचाने के लिए किसान खेतों की तरफ दौड़ पड़े, लेकिन उन्हें कुछ कर पाने का मौका ही नहीं मिला। अनुमान है कि कटी फसल इस बारिश से सड़ने लगेगी, खड़ी फसल को भी काफी नुकसान होगा। कई जगह ओले पड़ने की बात भी सामने आई है।
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टूंडला में बंद हुआ रास्ता
तेज आंधी और बारिश से टूंडला में जनजीवन व्यस्त हो गया। रेलवे स्टेशन से सुभाष तिराहा तक जाने वाले मुख्य मार्ग पर कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे टूट कर गिर गए। एक स्थान पर पेड़ गिरने से एक तरफ का रास्ता बंद हो गया। वाहन चालकों को दूसरी तरफ से निकलना पड़ा, जिससे जाम जैसे हालात पैदा हो गए।
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शिकोहाबाद में उड़े होर्डिंग
शिकोहाबाद में बारिश की शुरूआत रात आठ बजे से हुई। अचानक हुए मौसम में बदलाव से हर कोई हैरान हो गया। बाजार में भगदड़ मच गई। इस दौरान दुकानों और बिजली के खंभों पर लगे होर्डिंग उड़कर दूर जाकर गिरे। इनसे दबकर कुछ लोग चुटैल भी हो गए। फीरोजाबाद के साथ ही टूंडला और शिकोहाबाद में भी बारिश रात पौने नौ बजे तक जारी रही। शहरी क्षेत्र में बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई। जलभराव के कारण वाहन चालकों को परेशानी हुई।
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जसराना में भी हुई तबाही
आंधी पानी से जिले का कोई हिस्सा अछूता नहीं रहा। जसराना में भी आंधी और बरसात ने कहर बरपाया। वहां रात साढ़े आठ बजे तक तेज बारिश हो रही थी। वहां कई मकानों की छत एवं छप्पर उड़ गए।