पोस्टर वार में कहीं हो न जाए संग्राम
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : प्रत्याशियों के बीच मुहल्लों में पोस्टर वार छिड़ गया है। ज्यादा
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : प्रत्याशियों के बीच मुहल्लों में पोस्टर वार छिड़ गया है। ज्यादा से ज्यादा पोस्टर लगवाने के लिए देर रात टोलियां निकलती हैं तो होड़ गलियों को पाटने की है। इसके लिए मुहल्लों के वो लोग भी सक्रिय हैं जिन्होंने अपनी गली से वोट भी निकलवाने का वायदा किया है। यूं तो आचार संहिता के तहत प्रशासन ने बगैर भवन स्वामी की अनुमति के पोस्टर न लगाने का आदेश दिया है। इसके पीछे वजह है कहीं विवाद की स्थिति नहीं बने। इसके बाद भी मुहल्लों में प्रत्याशी दूसरे के पोस्टर को फाड़ने का काम कर रहे हैं।
सोमवार की रात में बाइपास रोड स्थित एक मुहल्ले में एक प्रमुख राजनैतिक दल के पोस्टर लेकर लड़के पहुंचे तो उन्होंने मुहल्ले में पहले से लगे हुए दूसरे राजनैतिक दल के प्रत्याशी के पोस्टर पर इन्हें चस्पा करना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में पोस्टर से गली पट गई तो सिर्फ एक ही प्रत्याशी नजर आने लगे। मंगलवार की रात में दूसरे प्रत्याशी के समर्थकों ने पोस्टर उठाए तथा फिर से गली को पूरी तरह से पाट दिया। इस दौरान यहां पर दो समर्थकों में कहासुनी भी हो गई। यह हालात सिर्फ इस मुहल्ले के नहीं हैं। हर मुहल्ले में हर रोज ऐसी ही स्थिति बनती है। पोस्टर वार प्रत्याशियों के बीच में छिड़ा हुआ है, जो कभी भी विवाद में बदल सकता है। शहर के कई क्षेत्रों में छोटे मोटे विवाद भी हो चुके हैं।
भवन स्वामी नहीं पड़ना चाहते हैं विवाद में :
हालांकि पोस्टर विवाद को टालना भवन स्वामियों के हाथ में है। आचार संहिता के तहत भवन स्वामी न चाहें तो मकान पर पोस्टर भी चस्पा नहीं हो सकता है, लेकिन वह शांत रहते हैं। कोई भी पोस्टर लगाए। वह कुछ नहीं कहते। एक घर पर तीन राजनीतिक दलों के पोस्टर लगे हुए थे। दीपोत्सव पर हुई पुताई भी खराब हो गई। भवन स्वामी से पूछा तो बोले क्या कहें। सब वार्ड के ही हैं। विरोध करें तो किसका। अगर वही जीत गया तो बाद में जरूरत पर काम भी नहीं करेगा।