गलियों में नहीं पहुंचा गंगाजल, दूषित पानी ने बढ़ाई मुश्किल
जेड़ाझाल परियोजना के तहत पूरे वार्ड में नहीं बिछाई गई पाइप लाइन सीवर लाइन को खोदी सड़कें लावारिश हाल में छोड़ी लोग परेशान
फीरोजाबाद, जासं, हाईवे से सटे वार्ड नंबर तीन नगला मिर्जा बड़ा में दो साल में गंगाजल आना तो दूर, पूरे वार्ड में कहीं पाइप लाइन तक नहीं डाली गई। सालों पुरानी पाइप लाइन के जरिए घरों तक दूषित पानी पहुंच रहा है। लोग शिकायत करते थक चुके हैं, लेकिन दूषित पानी की समस्या दूर नहीं हो रही है। वार्ड में सालों से अधिकांश गलियों उखड़ी पड़ी हैं। जलनिगम ने सड़कें खोदने के बाद पलट कर नहीं देखा, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है।
जागरण आपके द्वारा अभियान के तहत टीम नगला मिर्जा बड़ा में पहुंची। यहां दुकानदार मोहन सिंह ने बताया कि गलियों में कई दिनों तक सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं, जिससे नालियों गंदगी से बजबजा रही हैं। खाली प्लॉटों में कर्मचारी कूड़ा डालकर कर चले जाते हैं। आसपास के लोग भी खाली प्लॉटों में कूड़ा डालते हैं। कूड़ा से उठती दुर्गंध के कारण सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। लोगों का कहना था कि बारिश के दिनों में सर्विस रोड से लेकर मुख्य मार्ग पर घुटनों तक पानी भर जाता है। सालों बाद भी जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया गया। बौधनगर, न्यू कुशवाहा नगर, संतोष नगर में एक दर्जन से अधिक गलियों आज भी कच्ची पड़ी हैं। नगर निगम द्वारा अब तक कच्ची गलियां बनवाने की सुध नहीं ली। कुछ गलियों में निर्माण कार्य भी शुरू हुआ, लेकिन ठेकेदार सड़क निर्माण के नाम पर मिट्टी डालकर गायब हो गए। राममोहन ने बताया कि मिट्टी डलने के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। पुरुषोत्तम बिहार सबस्टेशन रोड पर हर रोज सैकड़ों लोग बिजली की समस्या व बिल जमा करने पहुंचते हैं। विद्युत सबस्टेशन को जाने मार्ग जगह-जगह धंस गया है, जिससे लोगों को हादसे का डर सताता रहता है। वार्ड में दो दर्जन से अधिक पोलों पर एलइडी लाइट तक नहीं लगी हैं, जिससे शाम होते ही गली, मुहल्ले अंधकार में डूब जाते हैं। वार्ड पर एक नजर.
आबादी: 18 से 20 हजार।
मुहल्ले: नगला मिर्जा बड़ा, बौद्धनगर, न्यू कुशवाहा नगर, सरजीवन नगर, जगदंबा नगर, इंद्रा कॉलोनी, संतोष नगर।
समस्या: सीवर लाइन चौक, उखड़ी पड़ी गलियां, दूषित जलापूर्ति, सफाई व्यवस्था बदहाल, एलइडी लाइट की कमी। - वार्ड में सफाई व्यवस्था पूरी तरह बदहाल है। गलियों में कई दिनों तक सफाई कर्मचारी नजर नहीं आते। कई दिन बाद आते हैं तो खानापूरी कर वापस लौट जाते हैं। खाली प्लॉटों से इतनी दुर्गंध उठती है, सड़क पर खड़े होना भी मुश्किल होता है।
- राजा
- मुहल्ले में 20 साल पुरानी पाइप लाइन पड़ी है, जो जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। पुरानी लाइन के जरिए पिछले चार माह से घरों में दूषित पानी नहीं आ रहा है। उसमें इतनी तेज दुर्गंध आती है कि उस पानी को किसी काम में प्रयोग नहीं कर सकते।
- सुशील - सरजीवन नगर में आठ साल पहले सीवर लाइन बिछाई गई थी। तब सड़कें उखड़ी पड़ी हैं। जलनिगम के अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सड़कों का पेचवर्क नहीं कराया गया। सालों से सीवर लाइन भी पूरी तरह चोक पड़ी है।
- सोनवीर सिंह - नगर निगम द्वारा चार साल पहले विद्युत सब स्टेशन रोड पर इंटरलॉकिग सड़क बनवाई गई थी, जो जगह-जगह से धंस गई है। सड़क धंसने से हर समय हादसे का डर बना रहता है। कई बार दुपहिया वाहन चालक व पैदल राहगीर गिरकर घायल हो चुके हैं।
- विजय पाल - चुनाव होने के बाद वार्ड में सड़क, बिजली, पानी की समस्याओं के निदान के लिए लगातार नगर निगम में लिखित शिकायत की जा रही हैं। वार्ड में एक दर्जन से अधिक कच्ची गलियां पड़ी हैं, प्रस्ताव देने के बावजूद अब तक एक भी गली का निर्माण नहीं कराया गया है। पूरे वार्ड में गंगाजल की पाइप लाइन तक नहीं डाली गई, जिससे आधे वार्ड में पानी का गंभीर संकट बना हुआ है। सालों पुरानी लाइन होने के कारण घरों तक दूषित पानी पहुंच रहा है, जिससे लोग काफी परेशान हैं।
- रानीदेवी, पार्षद