नगला करन ¨सह में डस्टबिन बना दिए प्लॉट, बदबूदार जलापूर्ति
वार्ड दस नगला करन ¨सह में प्लॉट डस्टबिन बना दिए हैं। इनमें गंदगी से लोग परेशान हैं। मुहल्ले में जहां गलियां उखड़ी हैं तो बदबूदार जलापूर्ति होती है। लोगों का कहना है कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: नगला करन ¨सह में प्लॉटों में गंदगी का अंबार लगा है। पिछले चार वर्ष से सीवर लाइन डालने के लिए खोदी गई गलियां अब तक खुदी पड़ी हैं। बदबूदार पानी की आपूर्ति होने से परेशान लोग बाजार से खरीदने को विवश हैं। अधिकारियों को कई बार अवगत कराया, मगर समस्याओं से छुटकारा नहीं मिल सका।
मंगलवार सुबह दस बजे जागरण टीम ने वार्ड दस में पहुंची। इस वार्ड में संतोष नगर, ओम कॉलोनी, कैलाश नगर, संतोष नगर, इंद्रा कॉलोनी आते हैं। इन मुहल्लों में 50 से अधिक प्लॉटों में गंदगी का अंबार लगा था। कूड़े के ढेरों पर आवारा जानवर और मक्खियों का बसेरा है। अधिकांश गलियां खुदी पड़ी थीं। संतोष नगर निवासी 40 वर्षीय रेनू टंकी से पानी भर कर ला रही थी। उन्होंने बताया कि बदबूदार पानी की आपूर्ति होती है, जो पीने योग्य नहीं है। कभी बाजार तो कभी प्राइवेट सबमर्सिबल से पानी खरीदना पड़ता है। समस्याएं-
प्लॉटों में एकत्रित गंदगी, गड्ढायुक्त गलियां, बदबूदार पानी की आपूर्ति मुहल्ला- ओम कॉलोनी, कैलाश नगर, संतोष नगर, पूर्वी संतोष नगर, इंद्रा कॉलोनी
आबादी- 40 हजार
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चार-पांच वर्ष पूर्व सीवर लाइन के लिए गलियां खोदी गई थीं। सीवर लाइन डालने के बाद अधिकारी इनका निर्माण कराना भूल गए।
फोटो-22
ओमप्रकाश
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क्षेत्रीय लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं। इस संबंध में अधिकारियों को कई बार अवगत कराया, लेकिन उन्होंने अभी तक ध्यान नहीं दिया।
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जगदीश प्रसाद
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सफाई कर्मी कूड़ा उठाकर प्लॉटों में डाल देते हैं। गंदगी पर आवारा जानवर और मच्छर, मक्खियों का राज रहता है, जो बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
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पप्पू दिवाकर
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बदबूदार पानी भी बीमारी फैला सकता है। जब कभी अधिकारी निरीक्षण करने आते हैं और कोरे आश्वासन देकर चले जाते हैं।
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प्रकाश