सरकार राज में थम गई सुहाग नगरी में विकास एक्सप्रेस
प्रधानों का कार्यकाल खत्म होने के बाद प्रशासकों के डोंगल नहीं हुए सक्रिय तकनीकी समस्याओं से ब्लाक प्रमुख और बीडीओ भी नहीं कर पा रहे भुगतान।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शासन की ब्लाकों में भुगतान की नई व्यवस्था और ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म होने के बाद जिले में लाखों के भुगतान अटक गए हैं। इसका असर विकास कार्यो पर पड़ रहा है। प्रधानों की जगह नियुक्त किए गए प्रशासक, ब्लाक प्रमुख और खंड विकास अधिकारियों के डोंगल (डिजिटल सिग्नेचर सर्टीफिकेट) अब तक सक्रिय नहीं हुए हैं।
जिले की सभी 564 ग्राम पंचायतों के प्रधानों का कार्यकाल पिछले साल 25 दिसंबर को खत्म हो गया था। इसके बाद ब्लाकों में तैनात सहायक विकास अधिकारियों को प्रशासक नियुक्त कर दिया गया, जिससे विकास कार्य प्रभावित न हों, लेकिन भुगतान के लिए इनके डोंगल मंगलवार तक सक्रिय ही नहीं हो सके। इस कारण 17 दिन से किसी तरह का भुगतान नहीं हो सका है। निर्माण कार्यो के लिए सामग्री की आपूर्ति करने वाले अब निवर्तमान प्रधान और पंचायत सचिवों पर दबाव बना रहे हैं। यही स्थिति ब्लाकों की है। ब्लाकों में दिसंबर की शुरूआत तक चेक के जरिए भुगतान होता था। अब यहां भी ग्राम पंचायतों की तरह डिजिटल भुगतान की व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके लिए ब्लाक प्रमुख और खंड विकास अधिकारियों के डोंगल बनने हैं, जो अब तक नहीं बने हैं।
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आज रात खत्म हो जाएगा जिपं अध्यक्ष का कार्यकाल: जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल 13 जनवरी की रात 12 बजे खत्म हो जाएगा। 14 जनवरी 2015 को सपा के विजय प्रताप सिंह ने अध्यक्ष पद की शपथ ली थी। सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद अविश्वास प्रस्ताव से उनकी कुर्सी चली गई। भाजपा के अमोल यादव अध्यक्ष चुने गए। मंगलवार को इस संबंध में शासन से निर्देश जारी होते ही जिपं में चहल पहल बढ़ गई। देर शाम तक कार्यालय खुला और फाइलें निपटाई गईं। डीपीआरओ ने बताया कि अब डीएम जिला पंचायत के प्रशासक होंगे। इस संबंध में शासन से पत्र आ चुका है। 'कुछ तकनीकी समस्याओं के चलते प्रशासकों के डोंगल काम नहीं कर रहे हैं। बुधवार तक समस्या को दूर कर लिया जाएगा। बीडीओ और ब्लाक प्रमुखों के डोंगल भी दो तीन दिन में सक्रिय हो जाएंगे, लेकिन भुगतान से पहले ब्लाकों को कराए गए कार्यो का ब्यौरा आनलाइन करना होगा।'
नीरज सिन्हा डीपीआरओ