नगला रती में नेताओं के प्रवेश पर लगाई रोक
जसराना के गांव नगला रती के ग्रामीणों ने गांव में नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। गांव के बाहर रास्ते पर काले रंग का बैनर लगा दिया है। घरों पर भी काले झंडे और पोस्टर लगाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जसराना के गांव नगला रती के ग्रामीणों ने गांव में नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। गांव के बाहर रास्ते पर काले रंग का बैनर लगा दिया है। घरों पर भी काले झंडे और पोस्टर लगाए गए हैं।
ग्राम पंचायत झपारा में शामिल इस गांव की कुल आबादी करीब 300 है। यहां कुल 50 परिवार रहते हैं। गांव में विद्युतीकरण का काम हुआ है, लेकिन बिजली अब तक नहीं आई है। जबकि, ग्रामीणों ने कनेक्शन भी ले लिए हैं। गांव की हर गली कच्ची और खस्ता हाल है। घरों से निकला पानी खेतों में भरता है। गांव में एक भी शौचालय नहीं बना है। ग्रामीण खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
ग्रामीण बताते हैं 20-25 साल पहले ही गांव में कुछ गलियां बनवाई गई थीं, उसके बाद विकास कार्य नहीं हुए। जो भी प्रधान रहा, उसने नगला रती पर ध्यान नहीं दिया। ये समस्या चुनाव में वोट मांगने के लिए आने वाले नेताओं के सामने भी रखी। कई नेताओं ने आश्वासन भी दिया, लेकिन पलटकर किसी ने नहीं देखा। अब तय कर लिया है कि वे गांव में किसी नेता को नहीं आने देंगे। ग्रामीणों का बैनर पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। प्रधान की सास हैं ब्लॉक प्रमुख
ग्राम प्रधान संगीता देवी की सास कमला देवी जसराना की ब्लॉक प्रमुख हैं। इसके बाद भी गांव का विकास न हो पाना भी ग्रामीणों के आक्रोश का एक कारण है। इस संबंध में प्रधान का कहना है कि आक्रोश जैसी कोई बात नहीं है। कुछ युवकों ने झंडे बैनर लगा दिए हैं। पंचायत बड़ी है। गांव में काम चल रहा है।