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गरीबों के लिए परेशानी बना बिजली का बिल

पीएम द्वारा हर घर रोशन करने को शुरू की गई निश्शुल्क कनेक्शन की मुहिम

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 06:01 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 06:01 AM (IST)
गरीबों के लिए परेशानी बना बिजली का बिल
गरीबों के लिए परेशानी बना बिजली का बिल

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सालों से अंधेरे में जीवन गुजार रहे लाखों गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सौभाग्य योजना वरदान बनी। सौभाग्य से उनके घरों में उजियारा हुआ, लेकिन हर माह आने वाला बिल गरीबों के लिए दुर्भाग्य बन गया है।

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वर्ष 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी ने हर घर रोशन के लिए सौभाग्य योजना के तहत गरीबों को निश्शुल्क कनेक्शन देने की मुहिम शुरू हुई। विद्युत विभाग द्वारा गरीबों को कनेक्शन देने के लिए गांव-गांव कैंप लगाए गए। कनेक्शन न लेने पर कई ग्रामीणों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई गई। विद्युत विभाग ने अभियान चलाकर शहर में 13 हजार, शिकोहाबाद, सिरसागंज, जसराना, टूंडला व ग्रामीण डिवीजन में करीब एक लाख कनेक्शन दिए। दूधिया रोशनी से घर रोशन होने से तमाम गरीबों की जिदगी बदल गई। इन कनेक्शनों पर दो साल से लगातार घरों में करंट दौड़ रहा है, लेकिन अधिकांश उपभोक्ताओं द्वारा बिल जमा न करने से अधिकारियों की टेंशन बढ़ती जा रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो सौभाग्य योजना में टर्नअप रेसियो मात्र 25 से 30 फीसद ही है। बिल जमा न करने पर विद्युत विभाग की टीमें बकाये पर कनेक्शन काटने को दौड़ रही हैं। - गांव में बिजली पहुंचने पर ग्रामीणों ने मनाई थी दीपावली: सौभाग्य योजना में जिले के तीन दर्जन से अधिक ऐसे गांव भी रोशन हुए, जहां आजादी से अब तक बिजली नहीं पहुंची थी। विद्युत विभाग द्वारा यहां नई लाइनें बिछाकर, ट्रांसफारमर रखकर गांव तक बिजली पहुंचाई। सालों बाद गांव में बिजली आई तो ग्रामीणों ने घी के दिए जलाकर दीपावली मनाई थी। -सौभाग्य योजना में तमाम गरीबों को यह भ्रम है कि निश्शुल्क कनेक्शन मिला है, इसलिए बिल भी जमा नहीं करना है। जबकि सभी उपभोक्ताओं को रीडिग के आधार पर हर माह बिल देना है। बिल जमा करने के लिए उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ कनेक्शन भी कटवाए जा रहे हैं।

- एके वर्मा, एसई ग्रामीण


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