गर्मी से पहले ही गहराने लगा पानी का संकट
-रसूलपुर तीस फुटा सहित कई मुहल्लों में पेयजल संकट पर दौड़े लोग -करबला में दूर नहीं हुई दूषित पानी की समस्या लोगों की बढ़ी मुश्किल
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: गर्मी की दस्तक से पहले ही शहर में पेयजल का संकट गहराने लगा है। सोमवार को करबला सहित शहर के कई मुहल्लों में पानी का संकट रहा, जिससे लोगों को खाली बर्तन लेकर गली, मुहल्लों में दौड़ना पड़ा।
सुहागनगरी में पिछले डेढ़ साल से गंगाजल की आपूर्ति हो रही है। जेड़ाझाल नहर में सिल्ट जमा होने के कारण जनवरी माह से शहर में पेयजल का संकट बना हुआ है, जो अब तक दूर नहीं हो सका। सिचाई विभाग द्वारा नहर की सफाई कराई जा रही है, जिससे पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही। करबला, रसूलपुर, तीस फुटा सहित कई क्षेत्रों में कई दिनों से पानी का संकट बना हुआ है। सोमवार को करबला गली नंबर पांच में पेयजल संकट को लेकर लोग गलियों में खाली बर्तन लेकर भटकते नजर आए। लोगों का कहना है कि हमारी गली में कई दिनों से दूषित पानी की समस्या बनी हुई है। कई बार शिकायत करने पर भी समस्या दूर नहीं हो सकी। करबला गली नंबर नौ में भी कई दिनों से पानी नहीं पहुंच रहा है। जलनिगम द्वारा पाइप लाइन डालने के बाद भी पेयजल समस्या दूर नहीं हो सकी। नया रसूलपुर क्षेत्र के मुहल्ला एकता नगर में दो दिन पहले पेयजल संकट को लेकर लोगों ने पानी की टंकी पर पहुंचकर आंदोलन किया था। लोगों का कहना था कि एक माह से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। वार्ड नंबर 66 तीस फुटा में भी सुबह पानी की समस्या सामने आई।
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पेयजल संकट पर मेयर संग दौड़े अधिकारी
शहर में पेयजल संकट गहराने पर सुबह मेयर नूतन राठौर ने जलनिगम व जलकल अधिकारियों के साथ करबला व रसूलपुर क्षेत्र का निरीक्षण कर पेयजल समस्या देखी। उन्होंने सबसे पहले करबला क्षेत्र का निरीक्षण किया। गली नंबर नौ में लोगों ने पानी न आने की समस्या बताई। जलनिगम के एक्सईएन को नई पाइप लाइन के जरिए पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। रसूलपुर क्षेत्र में भी पेयजल समस्या का जल्द निदान कराने को कहा। मेयर ने बताया कि जेड़ाझाल नहर की सफाई होने के कारण पानी की समस्या है। समस्या का जल्द निदान कराया जाएगा।
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आठ घंटे बंद रहा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
रैपुरा फीडर पर ब्रेकडाउन होने के कारण सोमवार को सैलई स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट घंटों बंद रहा। सुबह से दोपहर तक प्लांट न चलने के कारण शहर की टंकियां नहीं भर पाईं, जिससे शाम की आपूर्ति भी ठप हो गई। सोमवार को सुबह छह बजे रैपुरा फीडर की 33 केवी लाइन पर ब्रेकडाउन हो गया, जिससे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की बत्ती गुल हो गई। सुबह से प्लांट बंद होने पर जलनिगम के अधिकारियों ने विद्युत विभाग के जेई व एसीओ को फोन किया। कई बार फोन करने पर दोपहर दो बजे तक सप्लाई चालू हो सकी।