जेड़ाझाल नहर में फिर हुआ लीकेज, दौड़े अधिकारी
लीकेज ठीक करने में जुटे कर्मचारीसिल्ट सफाई को युद्धस्तर चला कार्य वाटर लेवल घटने से इंटेक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद शाम की आपूर्ति ठप
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जेड़ाझाल नहर में 24 घंटे में दो बार लीकेज हो गया। नहर में जगह-जगह सिल्ट जमा होने के कारण शहर में गंगाजल का संकट बढ़ता जा रहा है। गंगाजल संकट को देखते हुए नगर आयुक्त ने झालगोपालपुर तक नहर का निरीक्षण किया। शहर में शाम को जलापूर्ति नहीं हो सकी।
झालगोपालपुर से नंदपुर तक 25 किमी. लंबी नहर के जरिए नंदुपर स्थित इंटेक प्लांट तक पानी पहुंचता है। सोमवार को नहर में लीकेज होने के कारण झालगोपाल से पानी की आपूर्ति रोक दी गई, जिससे जेड़ाझाल नहर में गंगाजल का स्तर घटकर मात्र डेढ़ फीट रह गया। सिचाई विभाग द्वारा कर्मचारी लगाकर रात नौ बजे तक लीकेज ठीक कराया। तब झालगोपालपुर से रात में पानी छोड़ा गया, जो सुबह नंदपुर प्लांट तक पहुंचा। तीन घंटे बाद नहर में दोबारा लीकेज होने के कारण जेड़ाझाल नहर में पानी का लेवल घट गया। शहर में गंगाजल संकट को देखते हुए नगर आयुक्त विजय कुमार ने जलकल महाप्रबंधक सुरेशचंद्र व एक्सईएन चंदन सिंह के साथ झालगोपालपुर तक नहर का निरीक्षण किया। सिचाई विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर लीकेज ठीक कराने का कार्य शुरू कराया।
जेड़ाझाल नहर में सिल्ट सफाई के लिए नगर निगम द्वारा 50 कर्मचारियों की टीम लगाई गई। कर्मचारी दिनभर नहर से सिल्ट सफाई कार्य में जुटे रहे। सुबह से जेड़ाझाल नहर में पानी की आपूर्ति बंद होने के कारण शाम को शहर में गंगाजल की आपूर्ति नहीं हो सकी। नगर आयुक्त ने बताया कि नहर में लीकेज ठीक कराया जा रहा है। सिचाई विभाग द्वारा रात में झालगोपालपुर से पानी छोड़ने का आश्वासन दिया। नहर में सिल्ट सफाई कार्य तेजी से कराया जा रहा है, जिससे नहर से प्लांट तक पानी आने में व्यवधान न हो।