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सालों से बंद टंकी का मांगा जा रहा टैक्स

जागरण संवाददाता फीरोजाबाद यूपीएसआइडीसी प्रबंधन हर रोज नए फरमान जारी कर रहा है। मेंटीनेंस शुल्क व समय विस्तार शुल्क में कई गुना बढ़ोत्तरी के बाद जल मूल्य वसूलने का आदेश जारी कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jul 2019 11:32 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 06:19 AM (IST)
सालों से बंद टंकी का मांगा जा रहा टैक्स
सालों से बंद टंकी का मांगा जा रहा टैक्स

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: यूपीएसआइडीसी प्रबंधन हर रोज नए फरमान जारी कर रहा है। मेंटीनेंस शुल्क व समय विस्तार शुल्क में कई गुना बढ़ोत्तरी के बाद जल मूल्य वसूलने का आदेश जारी कर दिया है। यह तब हुआ जबकि औद्योगिक क्षेत्र में लगी पानी की टंकी सालों से बंद पड़ी है, जिससे किसी इकाई में अब तक एक बूंद भी पानी नहीं पहुंचा।

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जलेसर रोड पर यूपीएसआइडीसी औद्योगिक आस्थान में पेयजल आपूर्ति के लिए सालों पहले पेयजल टंकी का निर्माण कराया गया था। टंकी भरने के लिए नलकूप भी लगा। लाखों का बजट खर्च होने के बाद अब तक किसी इकाई में पानी नहीं पहुंचा। एक्सईएन द्वारा चार साल पहले पानी की टंकी को निष्प्रयोज्य घोषित किया जा चुका है। अब यूपीएसआइडीसी प्रबंधन ने नया आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि किसी आवंटी को अपनी इकाई का नक्शा पास करना है, उसे निर्धारित जल शुल्क जमा करना पड़ेगा। यदि किसी इकाई का 1000 वर्गमीटर का भूखंड है तो उसे 16 हजार तथा 1000 वर्गमीटर से बढ़ा भूखंड होने पर 42 हजार का जल शुल्क जमा करना होगा। प्रबंधन के नए आदेश से उद्यमियों की नींद उड़ा दी है।

जलमूल्य वसूली रोकने के लिए आरएम को सौंपा ज्ञापन:

यूपीएसआइडीसी द एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज ऑनर्स के अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने क्षेत्रीय प्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर जलमूल्य वसूली रोकने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पेयजल टंकी से अब तक किसी औद्योगिक इकाई को जल संयोजन नहीं दिया गया है। उद्यमियों से नक्शा पास करते समय जलमूल्य वसूली की जा रही है। इस पर तत्काल रोक लगाई जाए।


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