तीन घंटे चली पंचायत, नहीं निकला ठोस नतीजा
फीरोजाबादजागरण संवाददाता। चूड़ी जुड़ाई श्रमिकों की हड़ताल खत्म कराने के लिए सोमवार को जिला मुख्यालय पर सुबह से दोपहर तक चली पंचायत ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। डीएम ने श्रमिक संगठनों कारखानेदारों एवं पार्षदों के साथ कई चरणों में बात की। इसके बाद मजदूरी बढ़ाने के लिए सर्वे कराने का आश्वासन देकर श्रमिकों से काम पर लौटने की अपील की।
फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता। चूड़ी जुड़ाई श्रमिकों की हड़ताल खत्म कराने के लिए सोमवार को जिला मुख्यालय पर सुबह से दोपहर तक चली पंचायत ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। डीएम ने श्रमिक संगठनों, कारखानेदारों एवं पार्षदों के साथ कई चरणों में बात की। इसके बाद मजदूरी बढ़ाने के लिए सर्वे कराने का आश्वासन देकर श्रमिकों से काम पर लौटने की अपील की।
रविवार को चूड़ी जुड़ाई श्रमिकों ने नगर विधायक मनीष असीजा के आवास का घेराव किया था। विधायक ने मामले से गृह सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को मामले से अवगत कराया। इसके बाद डीएम सेल्वा कुमारी जे ने सोमवार की सुबह बैठक का समय तय किया था। लिहाजा दर्जनों श्रमिक एवं कई संगठन वहां पहुंच गए थे। प्रशासन के अनुसार सभी की मुख्य मांग वेतन वृद्धि पर पुन: सहमति कायम करने की थी। इस पर उपायुक्त राजीव कुमार सिंह ने बताया कि हाल ही में श्रमिकों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए 100 रुपये प्रति सौ तोड़ा की वृद्धि की गई। अधिकारियों ने बताया कि नगर विधायक भी मजदूरी बढ़ाने के लिए चितित हैं। उन्होंने मामले को शासन तक पहुंचा दिया है। डीएम ने वेतन पुनरीक्षण के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने एक कमेटी भी गठित की। जिसमें एएलसी, जीएम डीआइसी, जुड़ाई करने वाले दो श्रमिक, दो कारखानेदार, सहायक आयुक्त वाणिज्य कर को शामिल किया जाएगा। ये कमेटी 15 दिन में रिपोर्ट देगी। बाद में डीएम अपनी संस्तुति के साथ इसे शासन में भेजेंगी।
बैठक में सीडीओ नेहा जैन, एडीएम आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, एसपी सिंह प्रबल प्रताप सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अजय कुमार त्यागी, सेवायोजकों में अनिल जैन, राकेश कुमार अग्रवाल, पीके जिन्दल, लवकेश जैन, प्रमोद जैन, श्रमिक पक्ष से महेश चन्द्र शंखवार, बाबूराम निशंक, राम प्रकाश निडर, सकील हाजी, एडवोकेट धर्म सिंह यादव, बीडी निर्मल, रमेश भण्डारी, राधा शंखवार, अनिल दीक्षित, सोनेश कुमार सोनू चक, भूरी सिंह यादव आदि मौजूद रहे। नहीं होगी किसी प्रकार की कटौती:
प्रशासन ने श्रमिकों की इस आशंका को भी दूर करने की कोशिश की कि मजदूरी के भुगतान में कोई कटौती नहीं की जाएगी। डीएम ने सभी श्रमिक संगठनों से अपील की कि जुड़ाई श्रमिक काम पर वापस लौटें। वहीं सेवायोजक पक्ष को निर्देश दिए कि 2100 रुपये के हिसाब से भुगतान करें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पार्षदों ने औद्योगिक स्थिति शांतिपूर्ण व सामान्य बनाने में सहयोग का आश्वासन दिया।
-इन मांगों पर भी बनी सहमति:
डीएलसी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि सफेद मिट्टी का तेल उपलब्ध कराने की मांग रखी गई। इस संबंध में शासन को पत्र भेजा जाएगा। श्रमिक पक्ष ने जुड़ाई का काम कारखाने में ही कराए जाने एवं ऑनलाइन वेतन भुगतान की मांग रखी। इसके लिए सर्वे कराया जाएगा।