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दिन में मजदूरी रात में पानी के लिए जगार

फीरोजाबादजागरण संवाददाता। श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र ओझा नगर में लोग दिन में मजदूरी एवं रात में पानी का इंतजाम करने में जुटे रहते हैं। आलम यह है कि एक दर्जन से अधिक गलियों एवं इससे जुड़ी लिक गलियों में पिछले दस वर्ष से पानी की आपूर्ति बंद है। यहां के लोग दो सबमर्सिबल पर निर्भर रहते हैं। जो चंद घंटे चलने के बाद दम तोड़ देते हैं। बाकी क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति करने वाला नलकूप भी आए दिन खराब हो जाता है। कभी लोग कोटला चुंगी तो कभी बंबा बाइपास से पानी लाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 May 2019 12:11 AM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 06:25 AM (IST)
दिन में मजदूरी रात में पानी के लिए जगार
दिन में मजदूरी रात में पानी के लिए जगार

फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता। श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र ओझा नगर में लोग दिन में मजदूरी एवं रात में पानी का इंतजाम करने में जुटे रहते हैं। आलम यह है कि एक दर्जन से अधिक गलियों एवं इससे जुड़ी लिक गलियों में पिछले दस वर्ष से पानी की आपूर्ति बंद है। यहां के लोग दो सबमर्सिबल पर निर्भर रहते हैं। जो चंद घंटे चलने के बाद दम तोड़ देते हैं। बाकी क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति करने वाला नलकूप भी आए दिन खराब हो जाता है। कभी लोग कोटला चुंगी तो कभी बंबा बाइपास से पानी लाते हैं।

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नगर निगम के वार्ड नंबर 15 का मुहल्ला ओझा नगर कोटला रोड पर स्थित है। इस मुहल्ला में करीब 15 से 20 हजार की आबादी रहती है। अधिकांश घरों में चूड़ी जुड़ाई एवं झलाई का काम होता है। वर्षों बीत गए, लेकिन यहां स्थाई रूप से पानी का इंतजाम नहीं हो सका। पानी की बिगड़ी कहानी अभियान के तहत गुरुवार की दोपहर 12 बजे करीब जागरण की टीम क्षेत्र में पहुंची, तो गली नंबर दो में लगी सबमर्सिबल पर लोगों की भीड़ नजर आई। महिलाएं एवं पुरुष अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे।

मंजू जैन ने बताया कि दस वर्ष पहले गलियों में पानी की आपूर्ति होती थी। अब तो मौसम चाहे कोई हो, पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। शिवप्रसाद ने बताया कि कुछ समय चलने के बाद सबमर्सिबल भी पानी कम देने लगते हैं। कभी-कभी बंद भी हो जाती है। कुछ लोग दिन में तो कुछ रात में नंबर से पानी भरते हैं। कई बार अधिकारियों को बताया, लेकिन उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी।

पिछले दस वर्ष से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। कई बार जलकल अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अभी तक निजात नहीं मिल सकी है।

शिवचरन लाल शर्मा, फोटो-11 शिकायत करने पर अधिकारी जेड़ाझाल परियोजना के तहत गंगाजल मुहैया कराने का आश्वासन दे देते हैं, लेकिन उनके वादे कोरे साबित हो रहे हैं।

राकेश झा, फोटो-12

भीषण गर्मी में पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। रात भर जागने के बाद भी पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता। पता नहीं कब इस संकट से मुक्ति मिलेगी।

ओमकार शर्मा, फोटो-13 दिन एवं रात में पानी का इंतजाम करना पड़ता है, लेकिन प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता है। कई बार शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।

जितेंद्र कुमार, फोटो- 14 पिछले एक वर्ष से पानी की समस्या है। इसके लिए कई बार जलकल एवं नगर निगम में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक कहीं सुनवाई नहीं हुई।

शशीकांत शर्मा, पार्षद गर्मी के दिनों में पानी की समस्या बढ़ जाती है। जिन क्षेत्रों से शिकायत आती है, वहां पानी के टैंकर भेजे जाते हैं। समस्या का निदान कराने का प्रयास किया जाएगा।

चंदन सिंह, एक्सईएन, जलकल हमें भेजे जानकारी

अगर आपके क्षेत्र में पानी की समस्या है तो जागरण को लिखकर भेजे। आप वाट्सएप नंबर 8439538593 पर मेल कर सकते हैं। जागरण टीम आपके संपर्क कर पहुंचेगी और हालात प्रकाशित कर आपकी समस्या हल कराने में सहयोगी बनेगी।


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