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मंदिर एवं घरों में हुई ब्रह्मचारिणी की पूजा

फीरोजाबादजागरण संवाददाता नवरात्र के दूसरे दिन देवी मंदिर एवं घरों में द्वितीय ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की गई। रात को तीन बजे से ही महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने देवी मंदिरों की ओर रुख कर लिया। कोई पैदल तो कोई वाहनों से मंदिर पहुंचा और मंगला दर्शन कर मनौती मांगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 12:07 AM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 06:18 AM (IST)
मंदिर एवं घरों में हुई ब्रह्मचारिणी की पूजा
मंदिर एवं घरों में हुई ब्रह्मचारिणी की पूजा

फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता: नवरात्र के दूसरे दिन देवी मंदिर एवं घरों में द्वितीय ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की गई। रात को तीन बजे से ही महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने देवी मंदिरों की ओर रुख कर लिया। कोई पैदल तो कोई वाहनों से मंदिर पहुंचा और मंगला दर्शन कर मनौती मांगी।

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नवरात्र के दूसरे दिन रविवार को माता की पूजा अर्चना करने के लिए तड़के से ही श्रद्धालु शहर के प्रमुख राजराजेश्वरी कैला देवी मंदिर, उसायनी स्थित वैष्णो देवी धाम, माता वाला बाग स्थित पथवारी देवी मंदिर, सुहाग नगर स्थित शीतला माता मंदिर, संतोषी माता मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों की ओर जाने लगे। श्रद्धालु हाथों में पूजा की थाली और मैया के भजन गाते हुए चल रहे थे। सुबह से ही माहौल भक्तिमय हो गया।

इससे पहले नौ दिन तक व्रत रखने वालों ने घरों में विधि विधान से पूजन किया। कैला देवी मंदिर के महंत शिवसुंदर कलौनी ने बताया कि मान्यता है कि ब्रह्मा जी की शक्ति होने से मां का यह स्वरूप ब्रह्मचारिणी के नाम से लोक प्रसिद्ध हुआ। इनका उदभाव ब्रह्मा के कमंडल से माना गया है। पुरोहितों की मानें तो जब मानस पुत्रों से सृष्टि का विस्तार नहीं हो सका, तब ब्रह्मा जी की इसी शक्ति से सृष्टि का विस्तार हुआ। इसी कारण स्त्री को सृष्टि का कारक माना जाता है।


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