नगर आयुक्त हटाए, स्वच्छता में अब डीएम की होगी कड़ी परीक्षा
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। नगर आयुक्त के करीब एक माह से छुट्टी पर जाने के बाद से सुहाग नगरी के हालात बेकाबू हो गए थे। बकाया का भुगतान न होने पर डीजल न मिलने से कूड़ा तक नहीं उठ पा रहा था। शासन ने नगरायुक्त को हटाकर डीएम को चार्ज दिया है। ऐसे में डीएम के सामने स्वच्छता में कड़ी परीक्षा देनी होगी।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: राजनीति का शिकार होकर बेपटरी हो चुकी नगर निगम की गाड़ी को पटरी पर लाने के लिए शासन ने अब जिलाधिकारी पर भरोसा जताया है। एक महीने से छुट्टी पर चल रहे नगर आयुक्त को हटाकर डीएम को नगर निगम की कमान सौंप दी है।
राजनीति का अखाड़ा बन चुकी नगर निगम में अब कोई अधिकारी आने को तैयार नहीं और पूर्व से तैनात अधिकारी जाने की फिराक में हैं। 13 नवंबर को पीड़ी जैन कॉलेज मैदान पर आयोजित स्वच्छता रैली को संबोधित करने आए नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना से पार्षदों ने नगर आयुक्त रवींद्र पाल ¨सह पर मनमानी का आरोप लगाते हुए हटाने की बात कही थी। इसके बाद से वह लगातार छुट्टी पर चल रहे थे। वहीं 19 नवंबर को पालीवाल हॉल में भाजपा नेता रामनरेश कटारा और प्रभारी नगर आयुक्त विकास कुरील के बीच गर्मागर्मी के बाद प्रभारी की तबियत खराब हो गई थी।
इसके बाद से वह भी छुट्टी पर हैं। पिछले दिनों शासन ने आगरा नगर निगम में तैनात विनोद कुमार गुप्ता को यहां अपर नगर आयुक्त के पद पर नियुक्त किया था, लेकिन उन्होंने अभी तक चार्ज नहीं लिया। डीएम नेहा शर्मा ने एडीएम अतुल ¨सह को नगर आयुक्त बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था, लेकिन उस पर कोई विचार नहीं हुआ। जिम्मेदार अधिकारियों के न होने से सभी व्यवस्थाएं पटरी से उतर चुकी हैं। न डीजल की आपूर्ति मिल रही है और न किसी का भुगतान हो रहा है। कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़े हैं। हालात सुधारने के लिए शासन ने जिलाधिकारी पर भरोसा जताया है। रविवार को विशेष सचिव धनंजय शुक्ल ने उन्हें नगर आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार संभालने के आदेश जारी कर दिए।