अप्रवासियों के मन भी भायी, साजन की फोटो से सजी कलाई
जागरण संवाददाता फीरोजाबाद कलाई पर सज रही सजना की तस्वीर की दीवानगी सरहद तोड़ विदेशों तक पहुंच गई है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कलाई पर सज रही सजना की तस्वीर की दीवानगी सरहद तोड़ विदेशों तक जा पहुंची है। विदेशों में बसे भारतीय परिवार अब चूड़ियों के कंगन पर तस्वीरों के आर्डर दे रहे हैं।
कनाडा में रहने वाले चर्चिल सॉफ्टवेयर कंपनी में हैं। उनकी पत्नी कनाडा मूल की हैं, जिन्हें चूड़ियों की जानकारी नहीं थी, लेकिन जब चर्चिल ने अपनी एवं पत्नी की फोटो के साथ कंगन मंगा कर दिए तो पत्नी काफी खुश हुई।
कनाडा के साथ-साथ सिगापुर से सजना की तस्वीर वाले कंगन के आर्डर फीरोजाबाद आए हैं। सिगापुर नौकरी करने वाली गायत्री ने भी फेसबुक के जरिए कारोबारियों से संपर्क कर अपनी एवं पति की फोटो के साथ कंगन का सैट बनवाया है। -----------
सजना के फोटो संग भा रही है कांच की खनक
अभी तक फोटो युक्त कंगन सीप पर बनाए जाते थे। सीप के कंगन के साथ चूड़ी पहनने पर वो खनक भी नहीं आती थी, जो कांच के कंगन और चूड़ी पहनने से आती है। कांच के टूटने का खतरा रहता था ऐसे में कारोबारी इतने महंगे कंगन बनाने से बचते थे। कुछ कारोबारियों ने जोखिम उठाया तो कांच की खनक के साथ फोटो का मेल महिलाओं को भी खूब भाया।
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हिदी, मराठी, उर्दू, पंजाबी.. हर भाषा में है नाम :
कंगनों पर पहले सिर्फ अंग्रेजी में ही नाम लिखे जाते थे, क्योंकि हाथ से स्टोन लगाने में अन्य भाषा में अक्षर टेढ़े हो जाते थे। कंगन बनाने वाले बताते हैं कि अब मशीन से मार्किंग होने लगी है। जिससे आर्डर के आधार पर हिदी, मराठी, उर्दू और पंजाबी भाषा में भी नाम लिखा जाना आसान हो गया है।
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'फोटो वाले कंगन की डिमांड विदेशों से आ रही है। बीते कुछ महीनों में सौ से ज्यादा ऑर्डर मिले हैं। जो भी इन्हें मंगाता है, उनके परिचित भी इनके संबंध में फेसबुक एवं वाट्सएप के माध्यम से पूछ कर ऑर्डर देते हैं।'
-अंशुल गुप्ता, चूड़ी कारोबारी