सहकारी समितियों में ताले, किसान कर रहे हड़ताल का 'भुगतान'
इन दिनों सहकारी समिति कर्मचारी हड़ताल पर हैं। समितियों पर ताले पड़े हुए हैं। यहां पहुंच रहे किसान निराश होकर लौट रहे हैं।
²श्य एक:
राजा का ताल स्थित साधन सहकारी समिति लिमिटेड अली नगर कैंजरा पर गुरुवार की दोपहर तीन बजे ताला लगा था। समिति तक आकर लौट रहे कैंजरा के अजय कुमार ने बताया गेहूं की फसल के लिए डीएपी की जरूरत है। उसके पिता समिति के सदस्य हैं इसलिए खाद लेने आया था। यहां ताला लगा है। अब बाजार से ही खाद लेनी होगी। ²श्य दो:
नारखी क्षेत्र की एक दुकान पर बछगांव से आए एक किसान ने डीएपी उत्तम की दो बोरियां लीं। बोरी पर 1250 रुपये रेट पड़ी थी। दुकानदार ने 1310 रुपये लिए। खाद इस शर्त पर दी की चार किलो ¨जक की एक थैली भी लेनी पड़ेगी। जो 320 रुपये की है। मजबूरी में किसान दुकानदार की शर्त पर खाद खरीद कर ले गया। जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: प्रशासन की अनदेखी और सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल का 'भुगतान' किसानों को करना पड़ रहा है। पर्याप्त स्टॉक होने के बाद भी उन्हें बाजार से ब्लैक में खाद खरीदनी पड़ रही है। यही नहीं दुकानदारों की अन्य बेजा शर्तो को भी मानना पड़ रहा है।
जिले की साधन सहकारी समितियों के कर्मचारी पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। रबी की फसल की बुवाई चल रही है। ऐसे में किसानों को दुकानदारों से अधिक कीमतों पर खाद खरीदना पड़ रहा है।
पीसीएफ के जिला प्रबंधक कृष्ण शिव देव के अनुसार 2900 मीट्रिक टन यूरिया की एक रैक बुधवार को आई है। इससे पहले 3200 और 1000 मीट्रिक टन डीएपी की रैक आ चुकी हैं। हड़ताल के कारण समितियों से खाद की डिमांड नहीं आ रही। समितियों के कर्मचारियों ने की नारेबाजी
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फीरोजाबाद: विकास भवन के सामने साधन सहकारी समिति कर्मचारियों का धरना गुरुवार को भी जारी रहा। कर्मचारियों के दोनों संगठनों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार दबाव बनाकर आंदोलन खत्म कराना चाहती है, लेकिन सफल नहीं होगी। पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से अपील की कि प्रतिदिन सुबह 10 से शाम चार बजे तक धरनास्थल पर मौजूद रहें। दोनों संगठनों के जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव और जितेंद्र पाल ¨सह एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।